हत्या का मास्टरमाइंड आरोपी राज गुप्ता फिल्मी स्टाइल से अधेड़ की की थी हत्या
रीवा – अपराध क्रमाक 130/20 धारा 302 ताहि थाना विश्वविद्यालय जिला रीवा थाना विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 09/05/20 को सैनिक स्कूल रीवा के पास करही जंगल में एक खून से लथपथ अज्ञात व्यक्ति का शव पडे होने की सूचना सैनिक स्कूल के सुरक्षा गार्ड द्वारा दी गई थी जो जांच पर पाया गया कि मृतक का नाम मो 0 शरीफ खांन पिता मो ० सलीम खांन उम्र 50 साल निवासी निपनिया थाना सिटी कोतवाली का था जिसे किन्हीं अज्ञात व्यक्ति ने सिर में भारी वस्तु से वार कर हत्या कर दी थी जो थाना वि 0 वि 0 में अपराध क्रमाक 130/20 धारा 302 ताहि का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया था जो श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय रीवा श्री आबिद खान एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री शिवकुमार वर्मा के निर्देशन में तथा नगर पुलिस अधीक्षक श्री शिवेन्द्र सिंह बघेल के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी पियुष चार्ल्स , पीएसआई संग्राम सिंह आर ) कमलराज सिंह , आर 0 विष्णुदत्त पाण्डेय , आर 0 वरूण मिश्रा एवं सीसीटीव्ही एक्सपर्ट योगेस सिंह परिहार की एक टीम बनाई गई जिसमें सायबर सेल प्रभारी गौरव मिश्रा एवं उनकी टीम सुभाशचन्द्र एवं मानेन्द्र शर्मा का भी सहयोग लिया जाकर सतत प्रयास कर दिनांक 15/05/20 को आरोपियों 1- राज गुप्ता पिता अभय गुप्ता उम्र 28 साल निवासी पडरा थाना सिला 0 रीवा हाल नटराज आफमेट 2- पवन कुशवाहा पिता राजभान कुशवाहा उम्र 22 साल निवासी सुरसा बेलवा थाना रायपुर कर्चुलियान हाल मुकाम खुटेही 3- पुनीत सोंधिया पिता मुन्नालाल सोंधिया उम्र 25 साल निवासी चेलवा टोला थाना वि 0 वि 0 जिला रीवा को गिरफ्तार किया तथा मोटर साईकिल एवं एक राड जिससे हत्या की गई उसे जप्त किया गया पूछताछ कर राज गुप्ता ने बताया कि वह मृतक की पुत्री से प्रेम करता था पिता उसका विरोध करता था इसलिये उसने अपने मित्र पवन कुशवाहा के साथ मिलकर हत्या को अंजाम दिया यह एक अंधा कत्ल था जिसे बड़ी ही सूझबूझ से सायबर सेल एवं इलेक्ट्रानिक उपकरणों के माध्यम से पतारसी की गई एवं आरोपीयोगढ की गिरफ्तारी की गई । आरोपी पवन कुशवाहा ने बताया कि उसे राज गुप्ता ने घर बनाकर देने और एक मोटर साईकिल देने का वादा किया था यह भी कहा था कि पिता मो 0 शरीफ की हत्या के बाद मोटर साईकिल दूगा और फिर पिता की हत्या के बाद उसकी लडकी और भाई का ऐसा ही अंजाम करना है । फिर वह उसका घर बना देगा । मो 0 शरीफ की हत्या के लिये दिनांक 08/05/20 को एक दिन पूर्व ही आरोपी राज गुप्ता ने पूरी तैयारी कर ली थी उसकी बकायदा सिरमौर चौराहा स्थित दुकान में योजना बनाया और फिर पवन कुशवाहा के साथ में जाकर कहा कैसे हत्या करना है उसकी पूरी रिहाल की थी दिनांक 08/05/20 को घटना की रिहर्सल करने के बाद दिनांक 09/05/20 को राज गुप्ता और पवन कुशवाहा ने साथ मिल कर घटना घटित की इस प्रकरण में पुनीत सोधिया की मो 0 सा 0 का प्रयोग किया गया जिसे घटना की संपूर्ण जानकारी थी । हत्या का प्लान फुल प्रूफ है । किन्तु फिर भी आरोपियों द्वारा की गई छोटी छोटी गलतियों का लाभ उठा कर उन्हे जोडकर इस अंधे कत्ल का पर्दाफाश किया गया ।