आज तक नहीं बन पाया सड़क मार्ग बत्तर ज़िन्दगी जीने को मजबूर ग्रामवासी, कुंडेश्वर टाइम्स प्रसार प्रबंधक कमलेश कुशवाहा की रिपोर्ट

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विकास और बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर है उमरिया ब्योहरियान की प्लाट बस्ती

(देवतालाब विधानसभा क्षेत्र) कहने को तो देश को आजाद हुए 74 साल से भी अधिक समय हो गया है इन वर्षों में कई सरकार आई और कई गई , सरकार बदलती रही साल बीतते गए । मगर कुछ नहीं बदले, तो वो है देश के कई गांव के हालात ऐसे ही हम आपको बताने जा रहे हैं मध्यप्रदेश के रीवा जिले लगभग 74 किमी दूर जनपद पंचायत नईगढ़ी अंतर्गत ग्राम पंचायत उमरिया ब्योहरियन प्लॉट का जहां पर आजादी के सत्तर साल बाद भी मूलभूत सुविधाओं जैसे सड़क, पानी ,आवास ,शौचालय , स्कूल से वंचित है लगभग दो हजार आवादी वाले इस गांव में दो हैंडपंप हैं जिसमें से अक्सर एक खराब ही रहता है स्थानीय निवासी द्वारा बताया गया कि यहां के सरपंच एवं सचिव ने मिलकर फर्जी तरीके से रिकॉर्ड में शौचालय बनाकर पंचायत
को पहले ही निर्मल ग्राम पंचायत घोषित कर दिया गया है जबकि आज तक गांव शौचालय निर्माणहीन है पंचायत में शौचालय निर्माण में भारी गोलमाल हुआ है ।अधिकतर शौचालय सिर्फ कागजो पर ही बन गई हैं । स्थानीय लोगों ने बताया है कि शौचालय
निर्माण के लिए पिछले वर्ष लोगों के द्वारा अपने से गड्ढे तो खोदे गये थे लेकिन बस
गड्ढे ही रह गए । और अब तो गड्ढे भी ढस गये हैं जिनका कहीं पता नहीं है । कुछ लोगों को थोड़ा बहुत सामान सचिव द्वारा किसी को 2 बोरी सीमेंट किसी को 4 बोरी बालू तो किसी को गिट्टी देकर अपना पल्ला झाड़ लिए थे उसके बाद आजतक किसी को कोई भी समान पंचायत द्वारा नहीं दिया गया है व लगभग सभी शौचालयों का निर्माण अधूरा पड़ा है ।
लोगों का कहना है कि जब शौचालय का निर्माण नहीं किया, शौचालय उपयोग हेतु नहीं है तो निर्मल पंचायत कैसे हो गई । यही हाल पीएम आवास का
भी है । किसी को भी यहां पर पीएम आवास का लाभ नहीं मिला है सड़क की बात तो आप करिए ही नहीं , क्योंकि लगभग पचास साल से अधिक समय से रहते हुए हो गए लेकिन आज तक किसी जिम्मेदार लोग ने ये नहीं समझा कि यहां के लोग भी इंसान है इनको भी रास्ते की जरूरत पड़ती है । सभी जिम्मेदार लोग , जनप्रतिनिधियों ने यहां के लोगों को ठगते आए हैं , अपने हिसाब से इस्तेमाल करते हुए अाए हैं सिर्फ और सिर्फ वोट लेने यहां आते है उसके बाद दुबारा लौट कर नहीं आते या शायद ये कहे कि भूल जाते हैं कि कोई एक गांव है उमरिया ब्योहरान प्लॉट जहां पर भी इंसान रहते हैं 2,4 नहीं बल्कि 2, 4 हजार । खैर ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यहां के लोगों के पास यदि कुछ बचा है तो वो है आस वो भी क्यों क्योंकि यहां से 15 सालो से अपने छेत्र में विकास के पुल बांधने वाले नाम का ढिंढोरा पीटने वाले विधायक गिरीश गौतम प्रतिनिधि बनते अाए हैं जब लोगों से पूछा गया कि विधायक बनने के बाद 5 सालो में कितनी बार विधायक जी आते हैं तो जवाब मिला कि एक बार वो भी तब जब दुबारा वोट की जरूरत होती हैं खैर ये तो बात हुई जनप्रतिनिधि की , अब बात हो जाए शाशन प्रशाशन की तो आपको बताते चलें कि यहां के लोगों ने एसडीएम तहसीलदार से लेकर कलेक्टर तक को ज्ञापन सौंप चुके हैं लेकिन आज तक हुआ कुछ नहीं । यहां के लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी भारी मुस्किलो से गुजरना पड़ता है स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोगों को चारपाई पर लेटाकर ले जाना पड़ता है स्कूल न होने की वजह से बच्चे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं ।और पंचायत में किसी को कोई भी
जानकारी नहीं होती है कि क्या काम हुआ है क्या नहीं , न ही कभी ग्रामसभा की बैठक होती हैं।
जब इस बारे में हमारी टीम ने यहां के सचिव से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया, इससे ऐसा लगता हैं कि सचिव महोदय कितना जिम्मेदार हैं अपने कार्य के प्रति ।
स्थानीय
लोगों का कहना है कि इस पर जाँच कर उचित कार्यवाही की जानी चाहिए । एवं यहां की जनता को सड़क , शौचालय, स्कूल, पीएम आवास , राशन कार्ड जैसी सुविधाओं का लाभ मिलना चाहिए ।

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