लॉक डाउन में सब बंद है, मजबूर हो मजदूर, अपने माध्यम से सफर कर रहे हैं,
भोपाल से बिहार के लिए निकले इन युवाओं की तस्वीरें मैहर की है
जहां मजबूरी में एक ही मोटरसाइकिल में सवार हो भोपाल से निकले और मैहर में रुके ही थे की तस्वीर कैमरे में कैद हो गई ।
मैहर में 430 किलोमीटर का सफर पूरा करने के बाद जब उनसे पूछा गया कि कहां जाना है,…?
तो मोटरसाइकिल में सवार 5 लोगों में एक ने बताया कि छपरा जाना है
छपरा यानि कि बिहार राज्य का जिला
इस चिलचिलाती धूप में आखिर आगे का सफर कैसे करोगे ?
ये सवाल रखा गया,…।
ज्ञात हुआ जैसे 430 किलोमीटर का सफर भोपाल से कर आए, वैसे ही ।
एक ही मोटरसाइकिल में सवार हो 5 लोग जब भोपाल राजधानी से निकले होंगे तो रास्ते में कई जगह नाका, चेक पोस्ट, पुलिस बैरियल, हर जिले की सीमाओं पर पुलिस सब मिले होंगे ।
सभी के सभी ने देखा होगा, सवाल जवाब के लिए रोका भी होगा,
मगर उसके बावजूद भी कोई मदद के लिए आगे नहीं आया और ना ही इनके आगे के सफर की व्यवस्था की
न ही इस पर विचार किया कि वो सुरक्षित भर कैसे पहुंचेंगे ।
मोटरसाइकिल में कुल 5 लोग सवार थे जिनमें तीन युवक और दो युवतियां थी ।
इनमें से किसी के पास हेलमेट नहीं थी । मोटरसाइकिल में अपने को असुरक्षित कर सभी चलने को मजबूर थे, मगर दूर का सफर है, यह जान बैठने की वयवस्था, आराम से बैठा जा सके इसके लिए सीट में पीछे मटगार्ड गार्ड पर लकड़ी बांध रखी थी । जब सभी मैहर में जलपान करने के लिए रुके तो उनसे यह जानकारी प्राप्त हुई, जलपान करने के बाद आगे अपने सफर की ओर फिर चल पड़े ।
जनता कर्फ्यू से लगातार अब तक लॉक डाउन चालू है ।
प्रधानमंत्री जी के आदेशानुसार अलग-अलग चरणों में अलग-अलग लॉक डाउन बढ़ता चला गया ।
हरचरण में कुछ न कुछ छूट दी गई ।
मगर पहले की तरह ट्रेनों और बसों को चलने की छूट नहीं दी गई ।
चुनिंदा ट्रेनों का संचालन कर सरकार फंसे हुए मजदूरों को उनके क्षेत्र पहुंचाने का प्रयास कर रही है ।
उसके बावजूद भी बहुत से लोग फंसे हुए हैं और बहुत से लोगों का ट्रेनों के माध्यम से सफर कर पाने का प्रयास सफल नहीं हो रहा है ।
फंसे हुए मजदूर, मजबूर हो, बिना काम धाम के खाली जेब, अपने घर पलायन करने के लिए विवश हैं ।