जनजीवन होगा अस्त-व्यस्त,पेयजल संकट एक बड़ी समस्या।
कटरा-। त्यौंथर तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत कटरा में कोरोना पॉजिटिव के मिलने से प्रशासनिक अमला मुस्तैद हो गया है, 26 मई को जैसे ही पॉजिटिव रिपोर्ट आई तत्काल ही कटरा बाजार में पुलिस बल तैनात हो गया और 27 मई को सुबह एसडीएम तथा नायब तहसीलदार एवं स्वास्थ्य विभाग व पी डब्ल्यू डी के कर्मचारी कटरा पहुंचकर कटरा के सभी पहुंच मार्गों को सील कर दिया है, बताया गया है कि कटरा बाजार 21 दिन तक सील रहेगा, ज्ञात हो कि कटरा में विगत दिनों दूसरे प्रदेशों में मजदूरी करने गए लोग लौट कर आए थे जिन्हें कटरा शासकीय स्कूल में क्वॉरेंटाइन करने के लिए लगभग 12 से 13 लोगों को रखा गया था, क्वॉरेंटाइन अवधि के 3 दिन पहले ही बबूल कचेर निवासी कटरा जो मुंबई से लौटकर आया था को बुखार और खांसी की शिकायत हुई थी जिसकी जानकारी सरपंच कटरा ने स्वास्थ्य विभाग को दिया था, सुबह 8:00 बजे स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देने के बाद भी दिनभर विभाग लापरवाह बना रहा, जब सोशल मीडिया में खबर वायरल होने लगी तब कहीं जाकर 9:00 बजे रात को एंबुलेंस कटरा पहुंचकर मरीज को रीवा ले जाया गया, दूसरे दिन फिर से स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई पहले सूचना दी गई कि रिपोर्ट नेगेटिव है, जिसके चलते बबूल कचेर के साथ में क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रही पत्नी और बच्चे अपने घर आ गए थे, लेकिन कुछ घंटों के बाद ही सूचना आई कि रिपोर्ट पॉजिटिव है जिससे पूरे कटरा में हड़कंप मच गया, सरपंच कटरा आनन-फानन में घर आए सभी लोगों को दोबारा स्कूल में ले गए।लापरवाही स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी की गई, लापरवाही आने वाले प्रवासियों ने भी किया देखने में आया है कि क्वॉरेंटाइन हो रहे सभी प्रवासी दिनभर बाजार में घूमते रहते थे दुकानों पर जाकर चाय नाश्ता करते थे, इस वैश्विक महामारी को मजाक बनाकर रख दिया था और उनकी लापरवाही के चलते पूर्ण कटरा क्षेत्र को समस्याओं से दो-चार होना पड़ेगा, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जितने लोग बबूल कचेर के संपर्क में आए थे,सब को चिन्हित करके स्वास्थ्य विभाग द्वारा आइसोलेट करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं एसडीएम त्यौंथर ने कहा है की क्षेत्र में भय और दहशत का माहौल पैदा ना करें सभी लोग लॉकडाउन का पूर्ण पालन करें जीवन को सुरक्षित रखने के लिए कुछ परेशानियां लाजमी है । सरपंच कटरा के अनुसार अभी भी कुछ लोग बाहर से आ रहे हैं जो सीधे अपने घर में घुस रहे हैं क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखने के नाम पर गालियां बकते हैं पुलिस प्रशासन को चाहिए कि ऐसे लोगों को जबरन क्वॉरेंटाइन सेंटर में भेजा जाए। जिससे कि इस महामारी से गांव बचे रहें। 21 दिन के कटरा सील से लोगों को परेशानियां बहुत होगी सबसे ज्यादा समस्या पेयजल संकट है वर्तमान में विगत कुछ दिनों से जल प्रदाय योजना ठप है, जिसकी वैकल्पिक व्यवस्था प्रशासन को करना चाहिए साथ ही किराना,सब्जी, दूध, और दवाई के लिए समय निर्धारित किया जाए जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त ना हो , क्वॉरेंटाइन सेंटर में भी यदि कुछ सरकारी सुविधा जैसे भोजन, चाय, नाश्ता की व्यवस्था कर दी जाती है, तो शायद लोग अच्छी तरह से लॉक डाउन का पालन कर सकते हैं।