भोपाल मध्यप्रदेश विधानसभा में विगत 3 मार्च से चले आ रहे राजनैतिक घटनाक्रम में 19 मार्च का दिन मध्य प्रदेश की राजनीति में बहुत ही अहम माना जा रहा है अभी तक जहां सिंधिया समर्थक 22 विधायकों में केवल 6 के इस्तीफे स्वीकार हुए थे और 16 विधायकों के इस्तीफे नहीं स्वीकार किए गए थे परंतु सुप्रीम कोर्ट से फ्लोर टेस्ट 20 मार्च को कराए जाने के आदेश और प्रकरण की सुनवाई के दौरान आए विभिन्न घटनाक्रमों के अनुसार ही मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री एनपी प्रजापति ने देर रात उन 16 बागी विधायकों के इस्तीफे भी स्वीकार कर लिए जिससे प्रदेश की राजनीति में एक और घटनाक्रम जुड़ गया साथ ही अब विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 206 हो गई है लिहाजा 20 मार्च को होने वाला फ्लोर टेस्ट और भी रोचक हो जाएगा इसी बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा 20 मार्च को 12:00 बजे प्रेसवार्ता आयोजित की गई है जो एक अलग दृष्टिकोण की ओर इंगित करती है