पन्ना-पन्ना के आत्मा कृषि कल्याण विभाग में पदस्त ब्लाकखंड टेक्निकल मैनेजर ने अपने किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्म हत्या कर ली।जैसे ही जानकारी मकान मालिक को लगी वैसे ही तुरंत मकानमालिक के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुँची थाना कोतवाली पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है और आगे की कार्यवाही की जा रही है। जानकारी के मुताबिक नरेंदमोहन तिवारी पिता लक्ष्मी तिवारी निवासी जिला छतरपुर 37 वर्ष हाल निवास बिटनरी हॉस्पिटल के बगल में किराए के मकान में पिछले तीन वर्ष से रह रहा था। लोकडॉउन के पहले ही उक्त कर्मचारी अपने घर छतरपुर गया था। तभी लोकडॉउन लग जाने से ड्यूटी पर नही आया और बताया जा रहा है कि विभाग की तरफ से दो अलग अलग दिनांकों पर कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। नोटिस के बावजूद भी मृतक लोकडॉउन की बजह से ड्यूटी जॉइन नही कर पा रहा था। हालांकि मृतक नरेंदमोहन बुद्धवार की शाम छतरपुर से पन्ना आया था और अपने कमरे जाकर रुक गया। दोपर करीब 1 से 2 बजे जब मकान मालिक को कमरे में कोई हलचल न होने का आभास हुआ तो मकानमालिक के द्वारा कोतवाली जाकर सूचना दी गई। मौके पर पहुँची कोतवाली पुलिस औऱ एफएसएल टीम ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया और आगे की कार्यवाही की जा रही है।
मीटिंग में शामिल व डयूटी में उपस्थित न होने पर कारण बताओ नोटिस हुआ था जारी
– सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते विभाग के द्वारा विभागीय मीटिंग लगभग 27 अप्रैल को रखी गई थी। लेकिन लोकडॉउन की बजह से मीटिंग में शामिल न होने की बजह से 1 अप्रैल को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था। लेकिन फिर मृतक के द्वारा कोई जबाब न देने और लोकडॉउन के कारण वह पन्ना नही आ पा रहा था। जिसके बाद दूसरा नोटिस भी जारी किया था। जिसके मृतक बुधवार की शाम पन्ना पहुँचा और गुरुवार की दोपहर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली अब मृतक की मौत करना जांच के बाद ही स्पस्ट हो पायेगा। मृतक के पिता लक्ष्मी तिवारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरा बच्चा लोग डाउन होने के कारण ड्यूटी में उपस्थित नहीं हो पाया जिस कारण विभाग द्वारा नोटिस पर नोटिस दिए गए जिस कारण वह दबाव में आकर ऐसी अनहोनी घटना घटित हो गई। उन्होंने मांग की है कि निष्पक्ष जांच करते हुए नोटिस जारी करने वाले अधिकारी के ऊपर कड़ी कार्रवाई की जाए।