सतना – चित्रकूट: दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा संचालित जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट कार्यालय प्रांगण में आज प्रशिक्षकों, समाज शिल्पी दंपति कार्यकर्ताओं और जन शिक्षण संस्थान के कार्यकर्ताओं ने सामूहिक रूप से कोरोनावायरस से बचाव हेतु शपथ ली तथा ग्रामवासियों को भी इस बीमारी से बचाव हेतु जागरूक करने का निर्णय लिया।
कार्यक्रम में ३५ लोगों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित की तथा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए दीनदयाल शोध संस्थान के सचिव डां अशोक पाण्डेय ने बताया कि गांव में कोरोनावायरस महामारी अभी नगण्य है और उसे हमें समाप्त करना है। सभी को शारीरिक दूरी का पालन करने, समय-समय पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने, हाथ धोने की आदत अपनी दैनिक जीवन में शुमार करने, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया।
कार्यकारी निदेशक जन शिक्षण संस्थान चित्रकूट राजेन्द्र सिंह ने बताया कि जब तक कोरोनावायरस की वैक्सीन नहीं बन जाती तब तक हमें ढिलाई नहीं करनी है। तीन सुनहरे नियम का पालन करना है। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी, साबुन से हाथ धोना भी बहुत जरूरी। साथ ही जागरूकता अभियान चलाने की बात भी कही।
इस अवसर पर सहायक कार्यक्रम अधिकारी अनिल सिंह ने सभी को सामूहिक शपथ दिलाई। कोरोना की जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं, शपथ के साथ डीआरआई के कार्यकर्ताओं ने ‘मास्क ही वैक्सीन है’ का संदेश दिया। जिसमें दीनदयाल शोध संस्थान के सभी समाज शिल्पी दंपति कार्यकर्ताओं और प्रशिक्षकों ने अपने अपने गांव और क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने का निर्णय लिया।
इस मौके पर दिशादर्शन केंद्र के प्रभारी विनीत श्रीवास्तव ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से हम कोरोनावायरस महामारी से निपटने हेतु कैसे लोगों को जागरूक करने का माध्यम बन सकते हैं। कोरोना के फैलाव को रोकने के लिये सभी का सतर्क रहना आवश्यक है, सभी की भागीदारी से हम इस महामारी को हराने में सफल होंगे।