कोविड-19 के पुष्ट रोगियों को डिस्चार्ज करने के लिए कलेक्टर ने किऐ नये दिशा निर्देश जारी

रीवा से सम्भागीय ब्यूरो अनिल पटेल की रिपोर्ट

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रीवा 11 मई 2020. कलेक्टर बसंत कुर्रे ने कहा है कि कोविड-19 के पुष्ट रोगियों को डिस्चार्ज करने के लिए भारत सरकार द्वारा पुनरीक्षित दिशा निर्देश जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के पुष्ट रोगियों के सफल उपचार उपरांत छूट्टी के लिए दिशा निर्देशों के अनुसार लक्षणों के गंभीरता के आधार पर त्रि-स्तरीय कोविड उपचार केन्द्रों तथा कोविड केयर सेंटर, डेडिकेटेड, कोविड हेल्थ सेंटर तथा डेडिकेटेड, कोविड हास्पिटल में भर्ती रोगियों के लिए डिस्चार्ज नीति में बदलाव किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में भर्ती मंद, अति मंद एवं लक्षण रहित केस के लिए दैनिक एवं नियमित तापमान की निगरानी एवं पल्स ऑक्सीमैट्री सुनिश्चित की जाय। लक्षण उत्पत्ति दिनांक से 10 दिन होने तथा रोगी में विगत तीन दिनों से बुखार के कोई लक्षण नहीं होने पर रोगी को डिस्चार्ज किया जाय। उन्होंने बताया कि डिस्चार्ज के पूर्व पुन: जांच की कोई आवश्यकता नहीं है। परंतु रोगी को आगामी 7 दिवस तक हो आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जाय। होम आइसोलेशन के दौरान समस्त पोर्टल काल का पालन करते हुए रोगी द्वारा संतुलित आहार तथा पर्याप्त पेय पदार्थो का सेवन किया जाय।
कलेक्टर ने बताया कि डिस्चार्ज के समय रोगी की निगरानी हेतु मोबाइल फोन पर आरोग्य सेतु तथा सार्थक एप इंस्टाल किया जाय जिससे उसकी मॉनीटरिंग सुनिश्चित हो सके। रोगी के स्वास्थ्य के संबंध में पुन: जानकारी टेली कॉन्फ्रेंस के माध्यम से 14वें दिन ली जाय। कोविड केयर सेंटर से छुट्टी उपरांत यदि घर पर बुखार, खांसी या सांस की कठिनाई जैसे लक्षण उत्पन्न हो तो तत्काल जिला कोविड काल सेंटर, उपचार करने वाले अस्पताल प्रबंधन, 104 को सूचित करने की समझाइश दी जाय। इस हेतु अन्य आवश्यक संपर्क फोन नंबर रोगी के डिस्चार्ज टिकट में अनिवार्य रूप से उल्लेखित किया जाय। अस्पताल प्रबंधन द्वारा डिस्चार्ज टिकट के साथ उपचार का संपूर्ण विवरण जांच रिपोर्ट की प्रतिलिपियां समस्त डिस्चार्ज औषधियां तथा रोगी की समस्त व्यक्तिगत समान की विषाणुमुक्ति एक प्रतिशत सोडियम हाईपोक्लोराइट से सुनिश्चित कर उपलब्ध करायी जाय। उन्होंने बताया कि यदि कोविड केयर सेंटर में भर्ती अवधि में किसी भी समय रोगी का एसपीओ-2, आक्सीजन सेचुरेशन 95 प्रतिशत से कम होना परिलक्षित होता है तो तत्काल ऐसे रोगी को डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर में अन्तरित किया जाय।
उन्होंने बताया कि डेडिकेटेड हेल्थ केयर सेंटर में आक्सीजन बेड पर भर्ती मध्यम लक्षण वाले रोगियों को जिनमें ऐसे रोगी जो 3 दिवस के भीतर ठीक हो गये हो एवं आक्सीजन सेचुरेशन आगामी 4 दिवस तक 95 प्रतिशत से अधिक हो उनकी दैनिक तापमान एवं आक्सीजन सेचुरेशन की निगरानी की जाय। यदि भर्ती रोगी का बुखार 3 दिवस के भीतर ठीक हो जाती है और आगामी 4 दिवस तक बिना आक्सीजन सपोर्ट के रोगी का ऑक्सीजन सेचुरेशन 95 प्रतिशत से अधिक पाया जाता है तो ऐसे रोगियों को लक्षण उत्पत्ति दिनांक के 10वें दिन डिस्चार्ज किया जा सकता है। यदि बुखार करने की दवाई के बगैर रोगी का तापमान सामान्य हो, सांस लेने की कठिनाई समाप्त हो गयी हो तथा आक्सीजन सपोर्ट की कोई आवश्यकता नही हो। डिस्चार्ज करने के पूर्व पुन: जांच की कोई आवश्यकता नहीं है। आगामी 7 दिनों तक उसे होम आइसोलेशन में प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर पर ही सलाह दी जाय सार्थक एप से निगरानी की जाय। ऐसे रोगी जिनमें बुखार के लक्षण 3 दिवस के भीतर समाप्त नही हो तथा आक्सीजन सपोर्ट की निरंतर आवश्यकता हो ऐसे रोगियों को डिस्चार्ज केवल लक्षणों की पूर्ण समाप्ति होने तथा निरंतर 3 दिवस तक बगैर आक्सीजन सपोर्ट के आक्सीजन सेचुरेशन कायम रख पाने की क्षमता होने पर ही दी जायेगी। रोग प्रति रोधक क्षमता की कमी वाले (एचआईव्ही, ट्रान्सप्लांट रेसिपिऐन्ट, कैंसर रोगी हो ऐसे रोगियों का) पूर्ण क्लीनिकल रिकवरी होने तथा लक्षणों के ठीक हो जाने पर ली गयी सेम्पल आर.टी.पी.सी.आर. जांच पद्धति से एक बार निगेटिव पाये जाने पर ही डिस्चार्ज किया जायेगा।

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