देवतालाब(नि०प्र०),कोरोना को लेकर हुए लॉकडाउन से जहां, किसान पहले से ही त्रस्त थे।वहीं अब प्रकृति की लीला ने भी उनके जख्मों पर नमक छिड़कना शुरू कर दिया है।लौर थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत पताई बिशेषर के पताई दशरथ गांव में किसान सुख पति प्रसाद शुक्ला के खेत में अचानक दोपहर तीन बजे के लगभग आग लग गई।प्राप्त जानकारी के अनुसार गेहूं की फसल कटाई करने के बाद खेत में ही रख दी गई थी वही फसल को खलिहान में लाने का कार्य जारी था।लॉक डाउन की वजह से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के बीच आग में काबू पाना किसान के लिए मुश्किलें खड़ा कर गया।हालांकि घंटों जद्दोजहद करने के बाद आग पर काबू पा लिया गया।इस दौरान किसान की लगभग आधे एकड़ गेहूं की फसल जलकर खाक हो गई।गनीमत यह रही की अन्य खेतों में आग फैलने के पहले ही अग्नि तांडव पर काबू पा लिया गया अन्यथा आसपास के खेतों में आग फैलने पर समूचे गांव की फसल जलकर खाक हो जाती। किसान के फसल की कीमत लगभग बीस से पच्चीस हजार आंकी जा रही है।मिली जानकारी के अनुसार आग का कारण 11,000 मेगावाट के बिजली तार से शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। गर्मी के दिनों में अक्सर ऐसी घटनाएं सामने आती रहती हैं।कभी किसानों की फसल खेत में जलकर खाक होती है तो वहीं कभी खलिहान में आगजनी की घटनाएं होती रहती हैं।इन घटनाओं को कम करने के लिए आवश्यकता है बिजली विभाग द्वारा बिजली तार का उचित रख-रखाव किया जाए।
गौरतलब है किसान सुख पति प्रसाद शुक्ला पिता पारसनाथ शुक्ला का परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करता है। फसल नष्ट होने के कारण परिवार पर भरण पोषण का संकट मंडरा रहा है।ग्रामीण जनों ने उक्त परिवार को शासन से उचित सहायता मुहैया कराने की अपील की है।