मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) कक्षा दसवीं का रिजल्ट जारी करने की तैयारी कर रहा है। खबर है कि रिजल्ट किसी भी दिन जारी हो सकता है। मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिल अनिल सुचारी कह चुके हैं, ’10वीं कक्षा की कॉपियों को जांचने का काम तेजी से चल रहा है। जून के पहले हफ्ते में परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।’ इस बार परिक्षा के साथ ही रिजल्ट पर भी कोरोना वायरस और लॉकडाउन का असर पड़ा है। लॉकडाउन के कारण 10वीं के दो पेपर नहीं हो पाए थे, जिन्हें हाल ही में निरस्त कर दिया गया है। दोनों विषय में सभी छात्रों को पास कर दिया जाएगा। अब कॉपियों के मूल्यांकन का काम तेजी से चल रहा है। खबर है कि 10वीं के लिए कॉपी जांचने का काम 70 फीसदी से अधिक हो चुका है। रिजल्ट mpresults.nic.in पर घोषित किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों का कहना है कि पहले 10वीं का रिजल्ट घोषित होगा और फिर 12वीं का। 10वीं के रिजल्ट को लेकर अधिकारी जून के पहले या दूसरे सप्ताह की बात कह रहे हैं। यानी पहली बार ऐसा होगा जब दोनों कक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में एक माह का अंतर होगा। मध्य प्रदेश में हर साल 10वीं और 12वीं का रिजल्ट 15 मई को घोषित करने की परंपरा ही है, जो कोरोना वायरस के कारण इस बार टूटने जा रही है। इस साल 12वीं की तो पूरी परीक्षा भी नहीं हो पाई है। अब तक 10 पेपर लिए जा चुके हैं और 9 बाकी हैं। ये परीक्षाएं 9 जून से 15 जून तक ली जाएंगी।
ऐसे चेक कर सकेंगे अपना रिजल्ट
SMS से ऐसे चेक करें MP Board 10th Result
MP Board ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट के साथ ही एसएमएस पर भी रिजल्ट जानने की सुविधा दी है। इसके लिए छात्र टेक्स्ट बॉक्स में MPBSE10(स्पेस)ROLL NUMBER लिखकर 56263 पर एसएमएस भेज सकते हैं। इस तरह छात्र बिना इंटरनेट के भी रिजल्ट जान पाएंगे।
MP Board 10th Result Toppers List पर सबकी नजर
MP Board 10th Result 2020 के टॉपर्स की घोषणा मध्य प्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा की जाएगी। परिणामों की औपचारिक घोषणा के दौरान शिक्षा मंत्री या एमपीबीएसई अधिकारी कक्षा 10 बोर्ड के टॉपर्स की सूची की घोषणा करेंगे। एमपी बोर्ड परिणाम 2020 के टॉपर्स के साथ राज्य के विभिन्न जिलों के प्रदर्शन की भी घोषणा की जाएगी। पिछले साल एमपी बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा में आयुष्मान ताम्रकार और गगन दीक्षित ने टॉप किया था, जिन्होंने प्रत्येक में 99.8% अंक हासिल किए थे। ओवरऑल रिजल्ट में लड़कियों ने बाजी मारी थी। लड़कियों का कुल पास परसेंटेज 63.69 रहा था, जबकि लड़कों का पास परसेंटेज 59.15 था। केवल टॉप 10 रैंक तक के बीच कुल 144 बच्चे रहे थे। ऐसा इसलिए क्योंकि बहुत से छात्र-छात्राओं ने एक समान अंक हासिल किए थे। 2019 में दो छात्रों (आयुष्मान ताम्रकार और गगन दीक्षित) ने 500 में से 499 नंबर तक हासिल किए थे। MP Board 10th Result 2019 के Toppers List में दूसरे स्थान पर दीपेंद्र कुमार अहरीवार रहे थे, जिन्होंने 500 में 497 अंक (99.4 प्रतिशत अंक) हासिल किए थे। इसके बाद तीसरे स्थान पर कुल 6 विद्यार्थी थे।
एमपी बोर्ड के नियमों के अनुसार, रिजल्ट घोषित होने के 15 दिनों के अंदर छात्र पुनर्गणना, पुनर्मूल्यांकन और उत्तर पुस्तिका की कॉपी देखने के लिए आवेदन कर सकते हैं। पुनर्गणना के लिए प्रति विषय 100 रुपए तथा पुनर्मूल्यांकन तथा उत्तर पुस्तिका की कॉपी के लिए प्रति विषय 500 रुपए शुल्क निर्धारित है। पुनर्गणना और पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट जून में ही घोषित कर दिया जाएगा। यदि अंकों में कोई बदलाव आता है तो नई मार्कशीट जारी की जाएगी। रिजल्ट जारी होने के बाद सप्लीमेंट्री की परीक्षा तिथि घोषित होगी। माना जा रहा है कि यदि जून के पहले हफ्ते में रिजल्ट घोषित होता है तो जुलाई के पहले हफ्ते में सप्लीमेंट्री की परीक्षा तिथि घोषित की जा सकती है, जिसका रिजल्ट 15 अगस्त के आसपास घोषित किया जा सकता है।
जानिए पिछले साल कैसा रहा था रिजल्ट (MP Board 10th Result 2019)
पिछले साल MP Board 10वीं की परीक्षा में 11,32,319 छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया था। इनमें 9,90,546 रेग्युलर स्टूडेंट्स थे। तब उत्तीर्ण होने वाले छात्रों का प्रतिशत 61.32 रहा था। 59.15 फीसदी लड़के उत्तीर्ण हुए थे और 63.69 फीसदी पास परसेंटेज के साथ लड़कियों ने बाजी मारी थी
MP Board 10th Results-2020 टॉल फ्री नंबर
:रिजल्ट को लेकर बच्चों में उत्साह और डर, दोनों भाव रहते हैं। जिन बच्चों का रिजल्ट उम्मीद के मुताबिक नहीं होता है, वे हताशा में गलत उठा बैठते हैं। ऐसे बच्चों की काउंसिलिंग करने के लिए MP Board ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बच्चे टोल फ्री नंबर 18002330175 पर आसानी से अपने सवालों के जवाब पूछ सकते हैं। 1 जनवरी 2020 से शुरू हुई यह हेल्पलाइन व्यवस्था 31 दिसंबर 2020 तक चलेगी। हेल्पलाइन पर रिजल्ट कितने बजे आएगा, रिजल्ट कैसे देखेंगे, क्या इस बार मेरिट लिस्ट जारी होगी जैसे सवाल पूछे जा सकते हैं। यहां सबसे ज्यादा पूछे जाने सवालों में शामिल है- बेस्ट ऑफ फाइव योजना के तहत क्या मैं पास हो सकता हूं, क्या प्रोजेक्ट के 20 अंक जुड़ेंगे, क्या ग्रेस अंक मिलेंगे या बोनस अंक भी जुड़ेंगे। बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि रिजल्ट के बाद भी बच्चे अपने सवाल पूछ सकते हैं।
MP Board 10th Results 2020 छात्रों के लिए जरूरी टिप्स
परिणाम को स्वीकार करें
अधिकांश मामलों में छात्र को पता होता है कि उसका रिजल्ट क्या आने वाला है? हालांकि कुछ मामलों में अपना खराब रिजल्ट देख बच्चे शॉक रह जाते हैं। बच्चों के लिए सबसे जरूरी है कि वे अपना रिजट्ल स्वीकार करें।
हताश न हों
उम्मीद के मुताबिक, रिजल्ट नहीं आने पर बच्चों को हताश नहीं होना चाहिए। मन में जिस भी तरह के विचार आ रहे हों, तो अपने दोस्त, भाई-बहन या माता-पिता को जरूर बताना चाहिए। कोई भी बात मन में नहीं रखना चाहिए। इससे घुटन होगी और मन की बात बता देंगे तो हल्का महसूस करेंगे।
आत्मविश्लेषण करें और मेहनत में जुट जाएं
रिजल्ट खराब आने से जिंदगी खत्म नहीं हो जाती। कहां कमी रह गई इसका आत्मविश्लेषण करते हुए आगे बढ़ जाना चाहिए। Revaluation और सप्लिमेंट्री जैसे विकल्प मौजूद हैं।
खुद को कभी भी कम न आंकें
रिजल्ट खराब आने से आप कहीं कम नहीं हो गए। अपने माता-पिता और दोस्तों के लिए आप अब भी बहुत खास हैं। इसलिए आत्मविश्वास पैदा करें, और आगे बढ़े। आगे क्या करना है, यह स्पष्ट कर लेंगे तो यह बुरा वक्त अपनेआप गुजर जाएगा।
MP Board 10th Results 2020 पेरेंट्स के लिए जरूरी टिप्स
बच्चों का जो भी रिजल्ट आए, उन पर नाराज न हों
माता-पिता के लिए जरूरी है कि रिजल्ट खराब आने पर धैर्य बनाए रखें। आपके बच्चे के लिए भी यह मुश्किल समय है। ऐसे में उसका साथ दें। उस पर गुस्सा होकर हालात को बिगाड़े नहीं।
बच्चों से कभी भी निगेटिव होकर बात न करें
ऐसे समय में बच्चे को पॉजिटिविटी की जरूरत है। माता-पिता निगेटिव बात करेंगे तो बच्चे का दिल और हिम्मत और टूट जाएंगे। इसलिए उसके सामने सकारात्मक बातें करें ताकि वह इस समय की उलझन से बाहर निकल सके।
अपनी उम्मीद उन पर न थोपें
अधिकांश माता-पिता हायर परसेंजेट के लिए बच्चों पर दबाव बनाकर रखते हैं। उनकी बड़ी-बड़ी उम्मीद बच्चों पर बोझ बन जाती है। ऐसे में जब रिजल्ट खराब आता है तो बच्चों को सबसे ज्यादा डर माता-पिता का ही लगता है। अभिभावक ऐसी कोई बात न कहें कि बच्चे उनके सामने आने से ही हिचकिचाएं।
अगर अंक कम मिले हैं तो तुरंत रिएक्ट न करें
बच्चे को कम मार्क्स आए हैं तो माता-पिता को पहले एक दो दिन कोई रिएक्शन नहीं देना चाहिए। दो-तीन दिन बाद बच्चे के साथ बैठकर बात करें। इससे उसे अच्छा महसूस होगा और आगे की दिशा भी मिलेगी।
दोस्तों या भाई-बहन से उनके मार्क्स की तुलना न करें
ऐसे मुश्किल समय में बच्चे की दूसरों से तुलना बहुत भारी पड़ सकती है। यहां तक कि परिवार में ही बहन या भाई हैं तो उसके नतीजे से तुलना भी न करें। इससे बच्चे के मन में और हीन भावना आएगी और वह गलत कदम उठा सकता है।
एक्टिविटी पर नजर रखें और हर समय साथ रहें
बच्चे का रिजल्ट खराब आया है तो उस पर नजर रखने की भी जरूरत होती है। शुरू के एक दो दिन वह कहां जा रहा है, सोशल मीडिया पर क्या सर्च कर रहा है, किन लोगों से बात कर रहा है, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। यह काम इस तरह किया जाए कि उसे पता न चले।
घर के माहौल को सकारात्मक बनाए रखें
ऐसे मुश्किल वक्त में सबसे अहम होता है घर का माहौल। माहौल सकारात्मक रहेगा तो बच्चा इन हालात से मजबूत होकर निकलेगा और आगे अच्छे परिणाम भी ला सकता है।