“ठेकेदार हत्या काण्ड का झाबुआ पुलिस ने किया पर्दाफाश”
मनीष वाघेला
घटना का विवरण :- दिनांक 06.08.2021 को थाना मेघनगर पर सूचनाकर्ता अनील पासवान ने सूचना दी कि रामबली पिता भदयदास जाति पासवान उम्र 60 साल नि. ग्राम बडी घरयाली थाना सलमेरा जिला नालंदा बिहार हाल मुकाम एग्रो फांस. कंपनी मेघनगर में ठेकेदारी का काम करता है, जो दिनांक 04.08.2021 को शाम को लगभग 06.00 बजे बिना बताये कहीं चला गया है। जिसका फोन भी बंद आ रहा है। जिस पर थाना मेघनगर पर गुमशुदगी क्र 26/2021 दर्ज की गई। बाद दिनांक 07.08.2021 को फरियादी राजवल्लभ पासवान एवं रामबली का लड़का राकेश पासवान बात कर रहे थे, कि तभी रामबली के साथी उपेन्द्र व जूगल आये व बताया कि एक चरवाह जंगल तरफ से आ रहा था उसने हमें बोला कि एक लाश जंगल में नाले में पड़ी है। जिस पर फरियादी व रामबली के साथ काम करने वाले साथी दौडकर फैक्ट्री के पिछे जंगल में नाले तरफ गये और देखा तो नाले में एक लाश पड़ी थी लाश को पास जाकर देखा तो लाश रामबली की थी। पुलिस ने मौके पर पहॅुचकर देखा मृतक रामबली की लाश क्षत -विक्षत होने से व उसके शव पर किडे आदी पड जाने के कारण बॉडी डिस्कंपोस होने की स्थिती में मृतक रामबली का शव पोस्ट मार्टम कराने हेतु एम.वाय.एच इंदौर भेजा गया। जिस पर मर्ग क्र 33/2021 कायम किया गया। घटना स्थल पर पुलिस ने पहुंचकर मृतक रामबली की लाश को देखा, मृतक रामबली की लाश फत्तीपुरा जंगल नाले में सडी गली स्थिती में मिलने तथा मृतक के चेहरे व कपाल को कुचलने जैसा प्रतीत होने एवं घटना स्थल पर परिस्थिति जन्य साक्ष्य जैसे घटना स्थल पर मृतक के शव के पास खुन आलुदा पत्थर आदि पडे, पाये गये। अभी तक की मर्ग जांच से यह पाया गया की मृतक रामबली की हत्या कर उसकी पहचान छुपाने के लिए उसके चेहरे व सिर को संभवतः पत्थरो से कुचलकर, साक्ष्य छुपाने की नियत से अज्ञात आरोपीगण द्वारा मृतक के शव को नाले में फैंक दिया गया। प्रथम दृष्टया हत्या होना प्रतीत होने से मर्ग सदर की जांच से अज्ञात आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 353/2021, धारा 302,201 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
हत्या के खुलासे के लिये की गयी कार्यवाही :-
निर्मम तरीके से की गई हत्या की सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ श्री आशुतोष गुप्ता द्वारा संपूर्ण घटना को गंभीरता से लेते हुए एसडीओपी थांदला मनोहर गवली को विभिन्न टीमों के साथ तत्काल घटनास्थल पर रवाना किया गया। एसडीओपी थांदला मनोहर गवली के नेतृत्व में टीमें बनाकर संपूर्ण घटनाक्रम के खुलासे की जिम्मेदारी दी गई।
1. घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्रित करने हेतु एफएसएल टीम, फिंगर प्रिंट टीम एवं टेक्निकल टीम को भेजा गया।
2. थाना प्रभारी मेघनगर के नेतृत्व में घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ करने व घटनास्थल की ओर आने–जाने वाले सभी मार्गो को चेक कर सीसीटीवी फुटेज देखने हेतु लगाया गया।
3. एक टीम को मृतक के परिजन एवं साथियों से जानकारी प्राप्त करने की जिम्मेदारी दी गई।
4. साथ ही गोपनीय रूप से आसूचना संकलन के लिए टीम को गोपनीय सूचनाए एकत्रीत करने हेतु लगाया गया।
घटना का खुलासा :-
विवेचना के दौरान आसूचना संकलन की टीम द्वारा एक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई कि मृतक रामबली पिता भदयदास जाति पासवान उम्र 60 साल नि. ग्राम बडी घरयाली थाना सलमेरा जिला नालंदा बिहार हाल मुकाम एग्रो फॉस कंपनी मेघनगर में ठेकेदारी का काम करता है। एवं मेघनगर फैक्ट्री में काम करने के लिये बिहार से मजदूरो को भी लाया था। तथा कुछ महीनों से मृतक रामबली द्वारा बिहार से लाये गये मजदूरों को मजदूरी का पैसा भी नहीं दे रहा था। जिसको लेकर मृतक रामबली व मजदूरों का विवाद चल रहा था। इस संबंध में रामबली द्वारा बिहार से लाये गये मजदूरों को बुलाकर बारिकी से पुछताछ की गई। उपरोक्त संदेहीगण घटना के संबंध मे कभी कुछ कभी कुछ बताने लगे। पुलिस को शक पुख्ता हो गया तब अनील से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने घटना का सारा राज उगल दिया। आरोपी अनील ने बताया कि रामबली एग्रो फांस. कंपनी मे ठेकेदारी का काम करता था व हम लोगो को मजदुरी पर रामबली ने एग्रो फॉस. कंपनी में काम करने को रखा था। घटना दिनांक को मृतक रामबली के साथ मैं, दिपक, रामब्रिज उर्फ रामवृक्ष, विजय, धर्मवीर उर्फ मल्लु, विकास, जुगल, उपेन्द्र सभी फैक्ट्री ऐरीया के पिछे फत्तिपुरा जंगल तरफ घुमने गये, वहाँ पर रामबली के साथ हमारा मजदुरी के पैसे मांगने की बात को लेकर आपस मे विवाद हुआ। सभी बोले की रामबली तु अक्सर हमारी मजदुरी के पैसे समय पर नही देता है, हमको परिवार वालो को पैसे भिजवाना है, तुमने दो माह से हमारे मजदुरी के पैसे नही दिये है, जिससे हमको हमारा घर चलाना मुश्किल हो रहा है। इसी बात से पुनः पैसे के लेन-देन की बात को लेकर रामबली के साथ तु-तु, मै-मै, बोल-चाल हो गई। इस कारण रामबली के साथ हमारा झगड़ा हो गया, और उसके साथ मारपीट कर झुमा झटकी करके जान से मारने की नियत से पत्थरो से रामबली के सिर और मुंह पर मारपीट कर हत्या कर दी।
आरोपियों द्वारा पहचान व साक्ष्य छुपाने की नियत से मृतक के चेहरे व सिर को पत्थरो से कुचलकर शव को फत्तीपुरा जंगल नाले मे फैंक दिया एवं आरोपी अनील द्वारा पुलिस को गुमराह करने के लिये स्वयं थाने पर जाकर मृतक रामबली के गुम होने की सूचना दी। परन्तु शातिरआरोपी अनील व उसके साथी आरोपी पुलिस की पैनी नजर से बच नहीं सके। इस प्रकार पुलिस टीम द्वारा बड़ी ही सूझ-बूझ से हत्या के इस सनसनीखेज मामले का खुलासा किया गया। आरोपियों को माननीय न्यायालय पेश किया गया। जहा से पुलिस रिमांड ली जाकर घटना में प्रयोग हुए हथियार एवं अन्य साक्ष्य को संकलीत करने के लिए पुलिस टीम द्वारा विस्तृत पुछताछ की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों के नाम :-
1) अनिल पिता मंगल पासवान उम्र 42 साल निवासी बडी घरियाली जिला नालंदा बिहार
2) दिपक पिता सुरेश पासवान उम्र 34 साल निवासी बडी घरियाली जिला नालंदा बिहार
3) रामब्रिज उर्फ रामवृक्ष पिता रामचंद्र पासवान उम्र 62 साल निवासी हासनचक जिला नालंदा बिहार
4) विजय पिता राधे पासवान उम्र 45 साल निवासी बाहदी बीघा जिला नालंदा बिहार
5) धर्मवीर उर्फ मल्लु पिता सत्येन्द्र पासवान उम्र 50 साल निवासी ग्राम हासनचक जिला नालंदा बिहार
6) विकास पिता सुरेश पासवान उम्र 28 साल निवासी बडी घरियाली जिला नालंदा बिहार
7) जुगल पिता शिवनंदन पासवान उम्र 52 साल निवासी ग्राम हासनचक जिला नालंदा बिहार
8) उपेन्द्र पिता देवनंदन पासवान उम्र 46 साल निवासी ग्राम केवटी जिला सेकपुरा बिहार
सभी आरोपीगण हाल मुकाम इंड्रस्ट्रियल एरिया मेघनगर।
घटना स्थल से जब्त सामग्री :-
1. 07 खुन आलुदा पत्थर ।
2. एक मटमेला रंग का लाल किनोर वाला मिट्टी लगा गमछा, खुन आलुदा मिट्टी।
3. एक ब्राउन रंग का पर्स जिसमे आरोपी अनील का 01 आधार कार्ड, 01 पेन कार्ड एवं 10-10 रू. के दो नोट कुल 20 रू.।
4. एक रूद्राक्ष जैसी माला टुटी हुई।
सराहनीय कार्य में योगदान :-
संपुर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में एसडीओपी थांदला मनोहर गवली, थाना प्रभारी मेघनगर निरी. कैलाश चौहान, उनि सुशील, उनि रूकमणी, उनि कार्य. वेस्ता सोलंकी, सउनि कार्य. उमेश मकवाना, सअनि कै. एल. प्रजापत, प्र.आर 542 ओ.पी. जोशी, आर. 427 राजेन्द्र, आर.172 महेन्द्र, आर. सुरेश एवं आर. 98 मंगलेश पाटीदार, आर. 573 संदीप बघेल, आर. 193 दीपक पटेल का सराहनीय योगदान रहा। उक्त सराहनीय कार्य पर पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।