थांदला। जयस संगठन की स्थानीय इकाई थांदला ब्लॉक के पदाधिकारियों ने जिला पंचायत सीईओ संदीप शर्मा की भ्रष्टाचार रूपी कार्यप्रणाली के कारण उसे हटाने की मांग को लेकर थांदला तहसीलदार ललिता गड़रिया को प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के द्वारा जयस संगठन ने जिला पंचायत पर गम्भीर आरोप लगाते हुए लिखा है कि वे पैसा लेकर ही काम स्वीकृत करते है व वहाँ अपने करीबी कर्मचारियों को काम देकर जमकर मलाई खा रहे है। जयस ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि आज मनरेगा द्वारा मजदूरों के नाम पर भी छलावा हो रहा है व ई मस्टर में दर्ज मजदूरों की संख्या भी फर्जी है व सारे काम जेसीबी से करवाये जा रहे है। कोविड 19 के कारण अधिकतर मजदूरों की घर वापसी हो चुकी थी लेकिन उनके लिए भी जिला पंचायत सीईओ ने सार्वजनिक रूप से सभी पंचायतों में किसी भी प्रकार की कोई कार्य योजना नही बताई वही पैसा लेकर कुछ पंचायतों में काम स्वीकृत कर दिया है जिससे जिले के अधिकांश मजदूर पुनः अपनी जान खतरें में डाल कर पलायन कर गए है व कई मजदूर पलायन को तैयार है। जयस ने जिला पंचायत को रिश्वतखोर अधिकारी बताकर हर काम के लिये पैसा लेने वाला भ्रष्ट अधिकारी तक कहा है, झाबुआ जिलें के ग्रामीण आदिवासियों की भलाई व ग्राम पंचायतों में बिना भेदभाव के कार्य हो इस सोच के साथ जयस संगठन के सभी पदाधिकारियों ने प्रदेश के मुखिया से इन्हें तत्काल हटाने की मांग की है।