थांदला विद्युत विभाग ने मेंटेनेंस के नाम पर काट दिए दर्जनों हरे भरे पेड़
भाजपा मंडल अध्यक्ष सामर्थ उपाध्याय ने किया विरोध तो दुम दबाके निकले विद्युत कर्मचारी
मनीष वाघेला
थांदला- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जहां एक ओर वृक्षारोपण को बढ़ावा दे रहे हैं इस बीच विद्युत विभाग ने मेंटेनेंस के नाम पर थांदला में आज दर्जनों हरे भरे पेड़ों को बर्बाद कर दिया है। वहीं कई ऐसे पेड़ हैं जिनके पास से विद्युत तार गुजर रहे हैं उन्हें नहीं काटा है बल्कि उन पेड़ों को काटा गया है जो विद्युत तारों से 15 से 20 फीट दूरी पर थे। विद्युत विभाग कार्यालय के ठीक सामने की ओर लगा शमी का पेड़ जिसकी पूजा की जाती है उसकी भी कटाई विद्युत विभाग के कर्मचारियों ने कर दी। बैगर किसी सूचना नगर परिषद को दिए और ना ही किसी प्रकार की अनुमति लिए बगैर विद्युत विभाग के कर्मचारी धड़ल्ले से पेड़ों को काट थे इसकी सूचना जैसे ही थांदला भाजपा मंडल अध्यक्ष सामर्थ उपाध्याय (गोलू उपाध्याय) को लगी वह तुरंत मौके पर पहुंचे और विद्युत कर्मचारियों से पूछा है कि आप लोग इस प्रकार से अनावश्यक रूप से पेड़ों की पेड़ हरे-भरे पेड़ों को क्यों बर्बाद कर रहे हैं तो विद्युत विभाग के कर्मचारी जवाब देने में असमर्थ नजर आए क्योंकि विद्युत विभाग सिर्फ खानापूर्ति ही कर रहा था । सामर्थ उपाध्याय के विरोध का नतीजा यह रहा कि जिस कुल्हाड़ी से पेड़ों की कटाई कर रही थी उस कुल्हाड़ी को कंधे पर डालकर विद्युत विभाग के कर्मचारी दुम दबाकर वहां से चले गए। भाजपा मंडल अध्यक्ष सामर्थ्य उपाध्याय ने वॉइस ऑफ झाबुआ को बताया कि उन्हें जैसे ही पता चला है कि विद्युत विभाग अनावश्यक रूप से इस प्रकार से हरे भरे पेड़ों को बर्बाद कर रहा है तो उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचा कर पेड़ों की कटाई का विरोध किया । जब विद्युत विभाग के कर्मचारियों से पूछा गया पेड़ों को तने से क्यों काट रहे हैं विद्युत विभाग के कर्मचारी कुछ भी जवाब नहीं दे पाए और पेड़ों की कटाई रोककर चले गए। अगर विद्युत विभाग के द्वारा पेड़ों की कटाई के बारे में स्पष्ट जवाब नहीं मिलता है तो भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ में धरने पर विद्युत विभाग कार्यालय के बाहर बैठने वाला हूं इस प्रकार से हम वृक्षों को बर्बाद नहीं करने दे सकते।
अब दर्जनों पेड़ो को बर्बाद करने के बाद भी अब तक यह समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर विद्युत विभाग ने इन हरे भरे पेड़ जिसमें जिन पेड़ों की पूजा भी जिंदगी लकड़ी हवन के लिए इस्तेमाल की जाती है उन्हें भी काट दिया गया आखिर क्यों ?