समरसता फाग यात्रा-श्री राधा श्याम
उल्लास और प्रेम के सृजन का उत्सव,भारत राष्ट्र की पहचान है हमारे पर्व
और उत्सव,देश का हर त्योहार एक सन्देश लेकल आता है।जब अपनापन ईमानदारी से प्रकट हो,तब किसी को हम अपने रंग में रंग सकते है।आपस में एक दूसरे से इस तरह से मिल जाएं कि फिर कोई ताकत हमें तोड़ न सके चाहे कोई से भी मामले हो,होली के रंग यही सन्देश देते है।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तीज त्योहारों का स्वरूप,उन्हें मनाने का ढंग बदल सकता है परन्तु उन सबके पीछे सन्देश एक ही होता है भाईचारे का भाव आज सारा देश फाग उत्सव होली पर्व मना रहा है।सामान्य रूप से तो होली रंगों का त्योहार माना जाता है परन्तु गहराई से देखें तो मानवीय द्वेषों को भूलते हुवे एक नए उल्लास और प्रेम के सृजन का उत्सव है यह। इस त्योहार पर एक दूसरे को रंग लगाया ही इसलिए जाता है कि आपसी द्वेष, बेर,कलह सब धूल जाए,पूरे उत्साह के साथ एक दूसरे से प्रेम बांटते हुवे जीवन में उमंगों के नए रंग भर लिए जाए।कुल मिलाकर होली का मतलब सिर्फ एक दूसरे पर रंग लगाना ही नहीं,बल्कि इसका संबंध एक दूसरे से घुल मिल जाने की भावनाओ से परिवार,समाज और राष्ट्र की अखंडता से है। आंनद और उल्लास जब मिलकर मनाया जाता है तो फिर समाज,राष्ट्र को कोई तोड़ नहीं सकता।तो आयिए पूरे आंनद के साथ एक दूसरे पर प्रेम सद्भाव का रंग उड़ेलिए।उक्त बात जिला सह कार्यवाह भूषण भट्ट ने स्थानिय घोड़ा कुंड मन्दिर पर फाग यात्रा की योजना बेठक में कहीं।
सामाजिक समरसता मंच और फाग उत्सव समिति ने भी तय किया कि समाज में सामाजिक समरसता बने उसके लिए समाज में सुख दुःख हम आपस में साझा करे जिससे आपस में आत्मीयता व समरसता बनी रहे जिस परिवार में शोक कि पहली होली होगी उस परिवार में धुलेंडी के दिन परिवारों में जाकर रंग गुलाल लगाएंगे ओर सामाजिक समरसता मंच व फाग उत्सव समिति के सयुक्त तत्वाधान में रंपंचमी 14 मार्च 2020 शनिवार को फ़ाग यात्रा का प्रारंभ स्थानी आजाद चौक स्थित बड़े गणेश मंदिर से राधाकृष्ण की तस्वीर की पूजन व माल्यार्पण कर के नगर में मुख्य मार्गो से होते हुवे गवली मोहल्ले में स्थीत सवरिया मन्दिर पर पहुंचेंगे कर सामूहिक महाआरती के पश्चात माखन मिश्री कि प्रशाद का वितरण किया जाएंगे।उक्त जानकारी नगर सामाजिक समरसता प्रमुख कैलाश जी आचार्य व फाग उत्सव समिति सहयोजक कपिल पाठक ने दी इस अवसर पर आंनद जी राठौड़,रामू जी राठौर,पंकज जी जागीदार,युवा शायम भजन गायक विक्रम जी शिंगोड,पार्षद रोहित वैरागी,पार्षद गोलू जी उपाध्याय, नटवर जी पंवार, प्रांजल वैरागी,अमन त्रिपाठी,प्रीतीश शर्मा,बिट्टू जी भट्ट, पंकज जी गरवार ,प्रवीण चौहान आदि कार्यकर्ता बैठक में उपस्थित थे