दमोह / दमोह जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत पटोहा में स्टॉप डेम का निर्माण गुणवत्ता हिन सामग्री का उपयोग किया किया जा रहा है दमोह ब्लॉक में अधिकतर ग्राम पंचायतों में कार्य निर्माण ठेकेदारों द्वारा किए जाते हैं और ठेकेदारों द्वारा गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जाता है अपने फायदे के लिए घटिया किस्म की सामग्री लगाकर कार्य दर्शा देते हैं जिससे पंचायत के कार्य तो मौका स्थल पर दिखाई देते हैं लेकिन ज्यादा समय तक नहीं टिक पाते हैं थोड़ी समय बाद ठेकेदारों द्वारा कराए गए कार्य क्षतिग्रस्त हो जाते हैं पंचायत कर्मियों का कमीशन परसेंटेज के हिसाब से मिल जाता है दमोह जनपद के अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कहते
निर्माण कार्य में पत्थर का उपयोग काली डस्ट का उपयोग एवं कम सीमेंट का उपयोग करके निर्माण कार्य को कर दिया जाता है
और एक तरफ ग्राम पंचायत में कई निर्माण कार्य चल रहे है दूसरी तरफ निर्माण कार्य मैं घटिया सामग्री के उपयोग से निर्माण कार्य किया जा रहा है स्टॉप डैम निर्माण में भी काली डस्ट का उपयोग किया जा रहा है , स्टॉप डेम निर्माण कार्य चल रहा है जिसमें लोकल सामग्री का उपयोग किया जा रहा जिससे वह है अभी से शुरू हो गया हैं कई लाख से निर्माण कार्य किया जा रहा है लेकिन चंद दिन ही सरपंच सचिव की मिलीभगत से यह निर्माण कार्य चलेगा क्योंकि सरपंच सचिव द्वारा स्टॉप डेम में ऐसी सामग्री का उपयोग किया जा रहा है जो चंद दिन ही स्टॉप डेम को खड़ा रख सकेगी क्योंकि लोकल रेत का उपयोग किया जा रहा है उपयंत्री की मिलीभगत से चल रहा है निर्माण कार्य जनपद सीईओ कभी ग्राम पंचायत के निरीक्षण में नहीं जाते ग्राम पंचायत अपनी मनमानी से निर्माण कार्य करवा रही है और सरपंचों का कार्यकाल बढ़ने से सरपंच अपनी मनमानी करने से कहीं पीछे नहीं हट रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि अब हमें दोबारा जीतकर नहीं आना है चुनाव अभी हो नहीं रहे हैं कोरोनावायरस महामारी ग्राम पंचायत में के लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है बाहरी लोग ग्राम पंचायत में काम कर रहे ग्राम पंचायत का काम भी ठेकेदारी से चल रहा है जबकि लोगों ने सरपंच को चुनकर अपने ग्राम पंचायत के निर्माण कार्य के लिए भेजा है लेकिन यहां ऐसा नहीं है ग्राम पंचायत चलाने वाले कोई और है जो अपनी मनमानी से निर्माण कार्य कर रहे हैं अधिकारी कर्मचारी की मिलीभगत से भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है
जब इस संबंध में पटोहा सचिव ईश्वर पटेल से बात की तो उनका कहना है कि स्टॉप डेम में महानदी की रेत लग रही है लेकिन जब हम लोग मौके स्थल पर पहुंचे तो काली डस्ट कम सीमेंट और पत्थर का उपयोग हो रहा है