दुर्लभ खोज से उड़े NASA के होश! 30 हजार करोड़ सूर्य के बराबर है ये ब्लैक होल, पलभर में तबाह हो जाएगी पृथ्वी

अल्ट्रामैसिव ब्लैक होल ब्रह्मांड में सबसे बड़ी और सबसे मायावी वस्तुएं हैं.

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न्यूज डेस्क कुंडेश्वर टाइम्स – अंतरिक्ष में मिले विशाल ब्लैक खोलने खगोल शास्त्रियों को एक नए संदेह में डाल दिया है इस ब्लैक होल को लेकर जहां एक ओर खगोल शास्त्री कोतुहल पूर्ण परीक्षण में जुटे हुए हैं तो वहीं दूसरी ओर बताया गया कि इन ब्लैक होल का मास 10 बिलियन सूर्य से अधिक है, जो उन्हें मिल्की वे जैसी आकाशगंगाओं के केंद्रों में पाए जाने वाले सुपरमैसिव ब्लैक होल से भी कहीं अधिक खतरनाक बनाता है, और उनके जबरदस्त आकार ने खगोलविदों को हैरान कर दिया है.
इसके के केंद्र में तीन सुपरमैसिव ब्लैक होल है जिसे ASTRID नामक एक उच्च-रिज़ॉल्यूशन कॉस्मोलॉजिकल सिमुलेशन का उपयोग कर दिखाया गया है. टीम ने ब्रह्मांड के विकास को मॉडल किया जो लगभग 11 अरब साल पहले वजूद में आया था. सिमुलेशन में, टीम ने तीन आकाशगंगाओं के विलय के बाद एक अल्ट्रामैसिव ब्लैक होल का जन्म देखा. (Image: NASA)

लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन आकाशगंगाओं में से प्रत्येक का अपना क्वासर होता है. नासा के अनुसार, एक क्वासर एक बहुत ही चमकीला सक्रिय सुपरमैसिव ब्लैक होल है जो सूर्य के द्रव्यमान से लाखों से अरबों गुना अधिक है. ब्रह्मांड में सबसे चमकीले पिंडों में से, एक क्वासर का प्रकाश उसकी मेजबान आकाशगंगा के सभी तारों के संयुक्त प्रकाश से भी अधिक होता है. वैज्ञानिकों ने बताया कि जब ये तीनों क्वासर आपस में मिले, तो उन्होंने एक अधिक विशाल ब्लैक होल बना दिया. अब यह ब्लैक होल इतना ताकतवर हो गया है कि आसपास की सभी चीजों को निगल रहा है. (Image: NASA)

टीम के सिमुलेशन ने दिखाया कि ट्रिपल क्वासर 150 मिलियन वर्षों के दौरान आपस में मिल गए और जिसके कारण अब तक के सबसे बड़े ब्लैक होल का निर्माण हुआ. नया ब्लैकहोल इतना विशाल है कि यह सूर्य से 30 हजार करोड़ गुना बड़ा है. ट्रिपल-क्वासर सिस्टम की दुर्लभता बता सकती है कि वास्तविक ब्रह्मांड में अल्ट्रामैसिव ब्लैक होल इतने खतरनाक क्यों हैं. (Image: NASA)

एस्ट्रोनॉमर्स के अनुसार एक अल्ट्रामैसिव ब्लैक होल का निर्माण केवल बहुत ही दुर्लभ और चरम परिदृश्यों में होगा. इस मामले में, यह तीन बहुत विशाल आकाशगंगाओं के बार-बार विलय के रूप में बना है. अगर इन ब्लैकहोल के इर्द गिर्द हमारी आकाशगंगा आती है तो बहुत अधिक चांस है कि यह अल्ट्रामैसिव ब्लैक होल उसे देखते देखते ही अपने अंदर समा ले. (Image: NASA)

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