देश में क्रांतिकारी शुरूआत, घर आकर रिपोर्ट लिखेगी डायल 100 – “एफआईआर-आपके द्वार” योजना का गृहमंत्री ने किया शुभारंभ

रीवा से सम्भागीय ब्यूरो अनिल पटेल की रिपोर्ट

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रीवा 11 मई 2020. मध्यप्रदेश के गृह, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में एफआईआर-आपके द्वार योजना का शुभारंभ किया। पांच दिवस पूर्व डॉ. मिश्रा द्वारा इस संबंध में निर्देश दिये गये थे। पुलिस द्वारा मात्र पांच दिवस में योजना को अमलीजामा पहनाकर प्रदेश में लागू किया गया है। इस प्रकार की योजना लागू करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में एफआईआर-आपके द्वार योजना से समस्याओं का निराकरण आसानी से हो सकेगा। प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए जनता को थाने तक नहीं जाना पड़ेगा। थाना उनके द्वार तक पहुंचेगा। पुलिस विभाग की यह योजना मील का पत्थर साबित होगी। इस अवसर पर उन्होंने हेल्पलाइन डायल 112 की भी शुरूआत की। इस हेल्पलाइन नम्बर पर कॉल करने से एम्बुलेंस, पुलिस और अग्निशमन सेवाएं जनता को तुरंत उपलब्ध हो सकेंगी। डायल 112 की शुरूआत कर मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने बताया कि एफआईआर-आपके द्वार योजना 11 संभागीय मुख्यालयों के एक शहरी थाना और एक ग्रामीण थाने तथा गैर संभागीय मुख्यालय दतिया के एक शहरी थाना सहित पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में 23 थानों में प्रारंभ की गई है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की डायल 100 सेवा ने जनता का दिल जीता है। सड़क दुर्घटनाओं में लोगों को अस्पताल पहुंचाकर अनेकों जान बचाई जा चुकी हैं। अब शिकायत प्राप्त होते ही डायल 100 शिकायतकर्ता के घर जाकर एफआईआर दर्ज करेगी।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली की सराहना की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण काल में पुलिस ने उसी प्रकार से जनता की सेवा की है जैसे सेना के जवान सरहदों पर देश की सुरक्षा में जी-जान से जुटे रहते हैं। इतनी गर्मी में पीपीई किट पहनकर जनता की सेवा करने वाले पुलिस जवानों ने जनता की सोच को बदल दिया है। डॉ. मिश्रा ने जान को जोखिम में डालकर कार्य करने वाले पुलिसकर्मियों का अभिनंदन किया।
पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी ने इस अवसर पर जानकारी दी कि डायल 100 में एफआईआर दर्ज करने के लिए प्रशिक्षित प्रधान आरक्षक रहेंगे। सामान्य प्रकार के शिकायतों की डायल 100 द्वारा मौके पर जाकर ही एफआईआर दर्ज की जायेगी। गंभीर शिकायतों पर वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन प्राप्त कर निर्णय लिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि एफआईआर-आपके द्वार योजना 31 अगस्त तक पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में चलेगी। इसके बाद इसका आंकलन किया जायेगा और व्यवस्था को पुख्ता बनाया जायेगा।

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