डिंडौरी के सुबखार निवासी मजदूर परिवार की बेटी को यूट्रस में थे ट्यूमर, महीनों इलाज के लिए भटके माता-पिता; नागपुर के डॉ. शशिकांत रघुवंशी ने फ्री ऑपरेशन कर बचाया जीवन
डिंडौरी के मेडिकल स्टूडेंट दीपक तिवारी ने गरीब परिवार को दिया डॉ. शशिकांत का पता, इलाज के बाद अब सामान्य जिंदगी जी सकेगी 23 वर्षीय युवती
नागपुर –डॉक्टर्स को धरती पर भगवान का रूप माना जाता है। दुनिया में डॉक्टर्स की बदौलत ही मनुष्य को सेहतमंद बने रहने के लिए सजीवनी मिलती है। दूसरी ओर मानवसेवा को ही माधवसेवा भी कहा जाता है। मानवसेवा का ऐसा ही अद्भुत उदाहरण पेश किया नागपुर के डॉ. शशिकांत रघुवंशी ने, जिन्होंने डिंडौरी के सुबखार निवासी वनवासी परिवार की बेटी को नया जीवन दिया है। दरअसल, सुबखार के रहने वाले मजदूर परिवार की 23 वर्षीय बेटी को यूट्रस में करीब 07 ट्यूमर डिटेक्ट हुए थे। इलाज के लिए गरीब परिवार महीनों तक बीमार बेटी को लेकर डिंडौरी, जबलपुर और नागपुर में अस्पतालाें के चक्कर काटता रहा। पीड़िता के पिता को हर जगह ऑपरेशन के लिए ₹1 से ₹2 लाख का एस्टीमेट थमा दिया जाता था। जिस परिवार में खाने को दो वक्त की रोटी के लिए रोज संघर्ष हो, वह परिवार भला लाखों रुपए का भार कैसे उठा सकता था..? इलाज में संभावित खर्च को ब्याेरा देखकर वनवासी परिवार पूरी तरह टूट गया। माता-पिता यह सोचकर दुखी हो रहे थे कि इतनी जटिल बीमारी के साथ आखिर उनकी बेटी का जीवन आगे कैसे चलेगा? तभी डिंडौरी से ही ताल्लुक रखने वाले दीपक तिवारी उम्मीद की किरण बनकर आए। नागपुर में मेडिकल स्टूडेंट दीपक ने वनवासी परिवार को डॉ. शशिकांत रघुवंशी का पता दिया। परिवार ने डॉ. रघुवंशी से संपर्क कर बेटी का चेकअप कराया। प्रॉब्लम डायग्नाेस होने के बाद डॉ. रघुवंशी ने परेशान परिवार को सांत्वना दी और टीम के साथ करीब चार घंटे का कठिन ऑपरेशन कर पीड़िता के यूट्रस से ट्यूमर निकाला। अब पीड़िता पूरी तरह स्वस्थ है और सामान्य जीवन की ओर लौट रही है। ऑपरेशन के बाद वनवासी परिवार ने डॉ. शशिकांत रघुवंशी और दीपक तिवारी को उनकी सच्ची मानवता के लिए हृदय से धन्यवाद दिया।
नगर परिषद अध्यक्ष पंकज तेकाम ने भेजा ‘थैंक्स लैटर’
वनवासी परिवार की बेटी के इलाज की जानकारी जब डिंडौरी नगर परिषद अध्यक्ष पंकज सिंह तेकाम को मिली तो उन्होंने डॉ. शशिकांत की नेकदिली की प्रशंसा की। पंकज ने डिंडौरीडॉटनेट से कहा कि डॉ. रघुवंशी ने वाकई में पीड़ित परिवार के लिए भगवान की भूमिका निभाई है। उन्होंने डॉक्टर और तमाम स्टाफ को व्यक्तिगत तौरपर ‘थैंक्स लैटर’ भेजा। पंकज ने डॉक्टर से निवेदन भी किया कि वह अपनी टीम के साथ डिंडौरी आएं और जिले के नागरिकों के लिए हेल्थ कैंप लगाएं। इस पर डॉ. शशिकांत ने सहर्ष हामी भरी।