रीवा 22 सितम्बर 2020. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हर जिले में नियमित रूप से क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठकें की जाय। धर्मगुरूओं, विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, चिकित्सकों, व्यापारियों आदि की सलाह तथा उन्हें विश्वास में लेकर कोरोना नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यकता होने पर क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप से वे स्वयं भी संवाद करेंगे। कोरोना पर नियंत्रण के लिए गाइड लाइन में आवश्यकतानुसार व्यवस्था की जाएगी। व्यापारिक संगठनों को भी कोरोना से बचाव के लिए विभिन्न नियंत्रण स्वयं लागू करने की पहल करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना टेÏस्टग को निरंतर बढ़ाया जा रहा है। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं के साथ-साथ निजी चिकित्सालयों का भी क्षमतावर्धन किया जा रहा है। जिला प्रशासन समाज के सहयोग और जनसामान्य को विश्वास में लेकर कोरोना की स्थिति को नियंत्रण में रख सकता है। उन्होंने जिलों के प्रभारी अधिकारियों को जिलों की स्थिति पर लगातार नजर रखने, जिला प्रशासन को सतत रूप से आवश्यक मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। होम आइसोलेशन व्यवस्था तथा कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर से प्रभावी मॉनीटरिंग व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी जगह फीवर क्लीनिक्स सक्रिय है। इसके साथ ही मोबाइल फीवर क्लीनिक आरंभ किए जायेंगे। जिससे कि कोरोना के मरीजों की जल्दी से जल्दी जांच कर उनकी प्रभावी चिकित्सा सुनिश्चित की जा सके।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में कोरोना के कुल मरीजों में 8 हजार 803 होम आइसोलेशन में है जो कि कुल मरीजों का 39 प्रतिशत है। इनकी नियमित रूप से मॉनीटरिंग की जा रही है। आइसोलेशन में सर्वाधिक मरीज भोपाल में 882, इंदौर 832, जबलपुर 784, ग्वालियर में 672, शहडोल में 423, रीवा में 342, शिवपुरी में 295, उज्जैन में 280, बैतूल में 237, नरसिंहपुर में 210, अनूपपुर में 204, खण्डवा में 177, दतिया में 176, सतना में 167, होशंगाबाद में 155, उमरिया में 153 तथा शेष अन्य जिलों में है।