भोपाल । अरब सागर के गर्भ से पैदा होकर भारत के महाराष्ट्र और गुजरात में टकराने वाला चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ मध्य प्रदेश को भी प्रभावित कर रहा है। इस चक्रवाती तूफान के कारण पूरे मध्यप्रदेश पर बादल छा गए हैं। मध्य प्रदेश के 16 जिलों में तूफानी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है।बुधवार को होशंगाबाद, खरगोन और खंडवा में बारिश हुई
मौसम विज्ञान केन्द्र भोपाल के वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि ‘निसर्ग’ का प्रभाव हालांकि प्रदेश में सुबह से ही देखने को मिलने लगा था, जिसके चलते होशंगाबाद, खरगोन और खंडवा के कुछ स्थानों पर वर्षा हुई। उन्होंने बताया कि दोपहर इसके महाराष्ट्र के अलीबाग में टकराने के बाद इसकी दिशा में हल्का परिवर्तन हुआ है और अब इसका प्रभाव प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में ज्यादा देखने काे मिल सकता है।
मध्य प्रदेश के 4 संभागों में चक्रवाती तूफान का असर ज्यादा दिखाई देगा
डॉ. शुक्ला के अनुसार, पहले ऐसी संभावना जताई गई थी कि इसका प्रभाव पश्चिमी मध्यप्रदेश के हिस्से में ज्यादा रहेगा, लेकिन अब इसका प्रभाव होशंगाबाद, जबलपुर, भोपाल, उज्जैन और सागर संभाग के जिलों में अधिक रहेगा, जिसके चलते वहां तेज हवा के साथ बारिश हो सकती है।
पूरे मध्यप्रदेश में चक्रवाती तूफान का असर दिखेगा
हालांकि इसका प्रभाव प्रदेशभर में देखा जा सकता है, जिसके चलते अनेक स्थानों पर बारिश की संभावना है। उन्होंने बताया कि इसका असर आज शाम से ही देखने को मिल सकता है, जिसके चलते प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में बारिश की संभावना है। इसका असर कल भी प्रदेश के अनेक स्थानों पर रहने के आसार हैं।
कई शहरों में 1 इंच से ज्यादा बारिश, 25kmph से तेज हवाएं
इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और जबलपुर संभागों के कई शहरों में 1 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। राजधानी भोपाल में बुधवार को दोपहर बूंदाबांदी हुई और 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा भी चली। शाम तक बारिश हो सकती है।
मालवा-निमाड़ दिखने लगा असर
निसर्ग चक्रवात का असर मालवा-निमाड़ में भी दिखाई देने लगा है। रात में बारिश के बाद बुधवार दोपहर बुरहानपुर में आधे घंटे फिर से तेज बारिश हुई। इसके कारण लालबाग रोड समेत पूरा शहर तरबतर हो गया। मौसम विभाग ने दो दिन बारिश और आंधी चलने की चेतावनी जारी की है। बड़वानी में भी सुबह से ही बूंदाबांदी हो रही है। वहीं, कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने इंदौर संभाग के 8 जिलों में हालात को देखते हुए क्षेत्र में मुनादी करने के निर्देश जारी किए हैं। जबकि उज्जैन में तूफान को देखते हुए कलेक्टर ने जिलेवासियों से घरों में रहने की अपील की है। इधर, मौसम विभाग ने प्रदेश के 16 जिलों में यलो-ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पर्यटन स्थलों को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है।
मध्य प्रदेश के इन शहरों में तूफानी बारिश की संभावना
निसर्ग तूफान को देखते हुए मौसम विभाग ने रायसेन, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, बुरहानपुर, बड़वानी, खरगोन, हरदा, अलीराजपुर, धार और खंडवा में यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, डिंडौरी, उमरिया और मंडला में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में 40-50 किमी की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। इन जिलों में हल्की बारिश और बिजली गिर सकती है। चक्रवाती तूफान के प्रभाव में भोपाल, सागर, विदिशा, सीहोर, देवास, बैतूल, शाजापुर, दमोह, शहडोल, अनूपपुर, कटनी और जबलपुर में हवाओं के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
पर्यटन स्थलों को लेकर चेतावनी
भेड़ाघाट, पेंच और ओंकारेश्वर में तेज हवाओं के बिजली गिरने की संभावना है। इसके साथ पचमढ़ी, कान्हा और अमरकंटक में हवाओं के साथ हल्की बारिश की आशंका है। ऐसे में यहां पर्यटकों को जाने से मना किया गया है।
मुनादी के जरिए लोगों को सचेत करने के निर्देश
इंदौर कमिश्नर आकाश त्रिपाठी ने संभाग के 8 जिलों में तूफान को लेकर चेतावनी जारी की है। इसमें इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगाेन, खंडवा बड़वानी और बुरहानुपर शामिल हैं। कमिश्नर ने तूफान को लेकर आदेश जारी करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन पूरी तरह से तैयार रहे। क्योंकि तूफान के कारण बिजली गिरने, हवाएं चलने और तेज बारिश की संभावना जताई गई है। ऐसे में हालात को देखते हुए जरूरत पड़ने पर संभाग के जिलों में लाउडस्पीकर से मुनादी करके, सोशल मीडिया के जरिए लोगों को सचेत करें। उन्होंने कहा कि कुछ जिलों में गेहूं और चने की खरीदी चल रही है। उपज को सुरक्षित स्थान तक नहीं पहुंचाया जा सका है, इसलिए जल्द उपज को वेयर हाउस तक पहुंचाया जाए। यदि ऐसा नहीं हो पा रहा है तो उपज को तत्काल तिरपाल से ढककर नुकसान से बचाएं।
उज्जैन: आकाशीय बिजली गिरने का खतरा
तूफान को देखते हुए उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने जिलेवासियों से अपील की कि सभी घर पर ही रहें। मौसम विभाग के अनुसार यहां 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। बारिश के साथ ही आकाशीय बिजली की भी संभावना है। ऐसे में तेज हवाओं से पेड़ गिरने, कच्चे मकानों के खपरैल उड़ने, फसलों को नुकसान होने की संभावना है। ऐसे में जितना कम हो घरों से बाहर निकलें। इसके अलावा सिंह ने एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस सहित अन्य अधिकारियों को मौके पर रहते हुए हर परिस्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।