रीवा – थाना समान पुलिस ने 6 माह पूर्व पत्नी की हत्या कर फरार हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है पकड़े गए आरोपी ने पुलिस के सामने पत्नी की हत्या से जुड़े कई राज खोले हैं दरअसल,हत्यारा पति अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था.उसी के चलते पत्नी को जबरन जहर पिलाकर मौत के घाट उतार दिया था.घटना के बाद से ही आरोपी फरार था,जिसकी पुलिस के द्वारा लगातार तलाश की जा रही थी आरोपी के ऊपर पुलिस ने 10 हजार का इनाम भी घोषित किया था
बता दें कि आरोपी अपने एक दोस्त के माध्यम से दर्ज मामले की जानकारी लेने थाने आया था,तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है की आरोपी को पत्नी के चरित्र पर संदेह था जिस पर उसने इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया
कैसे दिया घटना को अंजाम
दरअसल, बीते दिनों समान थाने के बाणसागर कालोनी निवासी साधना त्रिपाठी को उसके पति विवेक त्रिपाठी ने 26 दिसंबर 2020 की शाम जबरदस्ती मुंह दबाकर जहर पिला दिया था. जिसके बाद वह मौके से फरार हो गया था. बाद में उनकी बेटी महिला को अस्पताल लेकर आई, जहां दो दिन बाद इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई थी. 13 फरवरी को आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था. फरार आरोपी के खिलाफ पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था
6 माह बाद आया था वापस पुलिस ने दबोचा
हत्या के 6 माह बीत जाने के बाद आरोपी समान थाने में दर्ज किसी अन्य मामले की जानकारी लेने के लिए रीवा आया था. लेकिन वह कुछ समझ पाता इससे पहले ही पुलिस को भनक लग गई. आरोपी की जानकारी लगते ही पुलिस सक्रिय हो गई और उसने घेराबंदी करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया पुलिस ने थाने लाकर उससे पूछताछ की तो आरोपी द्वारा दी गई जानकारी से पुलिस भी चौक गई. पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश किया है जहां से उठाए जेल भेज दिया गया
आरोपी को पत्नी के चरित्र पर था संदेह
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी पति ने बताया की वह अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह करता था. इस बात को लेकर काफी समय से उनके बीच विवाद चल रहा था. 20 दिसंबर को वह अपने गांव से पत्नी के पास आया था. इसी दिन वह पत्नी व बेटे का इलाज करवाने भी ले गया था, लेकिन रात में फिर उनके बीच विवाद हो गया और उसने जबरन अपनी पत्नी को जहर पिला दिया. आरोपी ने बताया की उसने जहर की शीशी पहले से ही खरीदकर जेब में रखी थी
शादी के बाद से ही पति-पत्नी के बीच होता था विवाद
पुलिस की माने तो पती और पत्नी दोनो के ही बीच शादी के बाद से ही विवाद चल रहा था. जिसपर पति ने अपने गृह उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जिला में तलाक के लिए केश भी किया था और रीवा में महिला ने भी गुजारा भत्ता के लिए केस लगाया था. वर्ष 2012 से 2018 तक दोनों अलग रहते थे लेकिन बाद में रीवा न्यायालय ने काउंसलिंग के बाद दोनों को एक साथ रहने का आदेश दिया, जिसके बाद वे एक साथ तो रहने लगे लेकिन दोनों के बीच विवाद कम नहीं हुआ और आरोपी पति अक्सर पत्नी के चरित्र पर संदेह भी करता था
कराया गया था पिता पुत्र का डीएनए
पत्नी पर चरित्र संदेह के चलते आरोपी पति ने अपने पुत्र को न्यायालय के सामने अपनी संतान मानने से इनकार कर दिया था. जिसके बाद इस बात की पुष्टि को लेकर न्यायालय ने आरोपी और बच्चे का डीएनए परीक्षण भी करवाया था, लेकिन आरोपी पति ने जांच रिपोर्ट आने के पहले ही पत्नी की जीवन लीला समाप्त कर दी. वहीं पत्नी की मौत के बाद आई डीएनए जांच की रिपोर्ट के बाद बच्चा उसकी ही संतान निकला