दमोह (kundeshwartimes)- हटा जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में खखरी निर्माण ,तालाब सरोवर , स्टाप डेम , गेवियन , ग्रेवल सड़क निर्माण में ब्यापक पैमाने पर हुई गड़बड़ी के समाचार प्रकाशन के बाद हुई शिकायत की जांच के लिए कलेक्टर द्वारा समिति गठित होने औऱ जांच आरम्भ न होने से आक्रोशित हटा मडियादो के पत्रकारों ने एकजुटता दिखाते हुए दमोह पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा । ग्राम पंचायतों में हुई धांधली की जांच कर कार्यबाही की मांग की। ज्ञापन के दौरान कलेक्टर को बताया कि खखरी सह बाउंड्री वॉल में एक जगह का पत्थर उठाकर दूसरी जगह लगाया जा रहा और फर्जी बिल लगाकर सरकारी राशि का आहरण किया जा रहा है। इसी तरह पुराने तालाबो पर मिट्टी डालकर नया बनाया हुआ दिखाया गया। इसके अलावा हटा की जांच के लिए गठित समिति के एक सदस्य को बदलने पर भी आपत्ति दर्ज कराई गई ,जिस पर कलेक्टर ने उचित कार्यबाही करने का आश्वाशन दिया । उल्लेखनीय है कि जनपद पंचायत हटा अंतर्गत आने वाली पंचायतों में पंचायत कर्मियों द्वारा व्यापक पैमाने पर निर्माण कार्यों में अनिमियताएं की गई जिसका प्रकाशन विभिन्न अखबारों सहित चैनल्स पर हुआ था। तो उसी को लेकर मंगलवार के दिन पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल एवं जनपद पंचायत हटा की सभी ग्राम पंचायतों के सचिव सरपंच द्वारा फर्जी खबरे प्रकाशित एवं शिकायत के संबंध में इनके द्वारा ज्ञापन दिया गया था ताकि पत्रकार मीडिया दब जाए और भ्रष्टाचार की खबरें प्रकाशित ना करें इसलिए इनके द्वारा ज्ञापन दिया गया था और लगातार पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल द्वारा ग्राम पंचायतों में कई निर्माण कार्य किए जा रहे हैं जोकि स्टीमेट के अनुसार निर्माण कार्य नहीं हो रहे हो और निर्माण कार्य को पूर्ण दर्शाया गया है एवं कुछ पुराने निर्माण कार्यों को नया दर्शा कर कई लाखों की राशि निकाली जा रही है और कुछ निर्माण कर तो धरा पर है ही नहीं है और ठेकेदार एवं अधिकारियों की मिलीभगत से कागजों पर निर्माण कार्य पूर्ण कर दिए गए इसी को लेकर अखबारों के माध्यम से खबरें प्रकाशित की जाती थी ताकि वरिष्ठ अधिकारियों तक यह खबर पहुंची की ग्राम पंचायतों में कितना भ्रष्टाचार चल रहा है क्योंकि जहां पर भ्रष्टाचार होता है तो वहां पर पत्रकारों द्वारा सच का आइना दिखाया जाता है और उस उन सभी शासन द्वारा जनपद पंचायत हटा की कुछ ग्राम पंचायतों के लिए दल जांच टीम गठित की गई थी ताकि ग्राम पंचायतों की जांच हो सके इसी को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल एवं ग्राम पंचायतों के सचिव सरपंच बौखलाए और कलेक्टर एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा था लेकिन यह भी अपने अंदर झांक कर देखें कि हमने कहां निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार किया है और कहां पर स्टीमेट के अनुसार निर्माण कार्य किए और कुछ निर्माण कार 80 ,20 एस्टीमेट मे हुये क्योंकि शिवचरण पटेल राजनैतिक संरक्षण पाके हटा जनपद मे भ्रष्टाचार करने में कहीं कसर नहीं छोड़ रहे हैं और अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है इसी को लेकर आज दिनांक 19/07/2023 दिन बुधवार को समस्त पत्रकार संगठन मीडिया जगत ने कलेक्टर एवं एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा की ग्राम पंचायतों में हुए भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच की जाए जैसे – मडियादो, काईखेड़ा , डोली, कनकपुरा, शिवपुर, चकरदा, नारायणपुरा , पाठा , निवास , घोघरा, बछामा, चोरईया,दमोतीपुरा सहित अन्य पंचायतों में खकरी सह बाउंड्री वॉल, गेवियन , अमृत सरोवर, ग्रेवल सड़क, स्टाप डेम, नाडेप आदि कार्यों में की गई जमकर धांधली को उजागर करते हुए जिला कलेक्टर, कमिश्नर,अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास, केंद्रीय मंत्री ग्रामीण विकास सहित मुख्यमंत्री से शिकायत की गई थी। शिकायत में पंचायतों में हुई धांधली , सरकारी राशि के दुरुपयोग, मनरेगा में मशीन का उपयोग, फर्जी बिल , कागजी खेल मैदान, समतलीकरण आदि से अवगत कराया गया था जिसके बाद कलेक्टर दमोह द्वारा तीन सदस्यीय टीम का गठन कर जांच के आदेश किए गए। इस जांच से बौखलाकर सरपंच , सचिव , सहायक सचिवों द्वारा पूर्व जिला पंचायत अधक्ष्य शिव चरण पटेल के अगुआई में दमोह जनसंपर्क विभाग, एसपी दमोह ,कलेक्टर दमोह, केंद्रीय मंत्री एवम सांसद दमोह को ज्ञापन दिया था जिसमे मडियादो, हटा , पटेरा के कुछ पत्रकारों को चिन्हाकित कर गलत खबर प्रकाशन, अवैध वसूली, झूठी सी एम हेल्पलाइन आदि की शिकायत कर नारेवाजी की गई थी।
जांच रोकने के उद्देश से रची गई इस मनगढ़ांत कहानी के बाद हटा मडियादो, रनेह दमोह, पटेरा आदि के पत्रकारों द्वारा दमोह कलेक्टर को शिकायती ज्ञापन देकर पंचायतों में चल रही धांधली, निर्माण कार्यों की आढ में सरकारी राशि की बंदरबांट , मनरेगा योजना से जुड़े कार्यों के स्टीमेट, मूल्याकन, मौकास्थल पर निर्माण कार्य की गुणवत्ता को लेकर जांच की मांग की है।