पन्ना। पन्ना नगर के कोरोना योद्धा ने मुम्बई मैं जीती कोविड -19 से जंग । देश मैं कैंसर की चिकित्सा का सर्वोच्च संस्थान टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुम्बई मैं पन्ना का यह सपूत फ्रंट लाइन कोरोना वारियर के रूप मैं अपनी सेवायें दे रहा है । ड्यूटी के दौरान उनके एक साथी कोविड 19 पॉजिटिव पाये जाते है । चूंकि यह अपने उस साथी के क्लोज कांटेक्ट मैं आये थे । इसलिए इन्हें 14 दिन के लिए कोरेंटाइन मैं रखा जाता है लेकिन तीसरे ही दिन इनके गले में खराश हो जाती है एवं इनकी भी कोरोना की जांच की जाती है और इनकी कोविड 19 टेस्ट की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है । फिर इन्हें टाटा स्मारक केंद्र, एक्ट्रेक, नवी मुंबई के कोविड -19 केअर वार्ड में भर्ती किया जाता है । इलाज के दौरान माइल्ड सिम्पटम्स दिखाई दिए जैसे बुखार, खासी, बदन दर्द, कमजोरी, सूंघने एवं स्वाद लेने की क्षमता भी चली गयी थी । करीब एक हफ्ते तक इन्ही लक्षणों से लड़ते रहे एवं उसके बाद इनकी सेहत मैं धीरे – धीरे सुधार हुआ । 15 दिन के इलाज के बाद इन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया। एवं अभी इन्हें 14 दिनो के लिए होम कोरेंटाइन किया गया है ।
अपने इस कोरोना बीमारी के अनुभवों के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि उनकी डयूटी मैं इस तरह का कोरोना संक्रमण कभी भी हो सकता है एवँ वह मानसिक रूप से इसके लिए तैयार थे । कोरोना वायरस से लड़ते समय मानसिक एवं शारीरिक रूप से हमे मजबूती से डटें रहना चाहिए । निश्चित रूप से हम इसे हरा सकते है । इससे डरने जैसे कोई बात नही है । हिम्मत से मुकाबला करना होगा। उन्होंने हमे बताया कि उन्हें पूर्ण विश्वास था कि जल्द ही कोरोना को हराने मैं कामयाब होंगे । अब वह जल्द स्वस्थ होकर फिर से कोरोना के खिलाफ इस जंग में अपना योगदान देना चाहते है । उन्होंने आगे कहा कि वह अपने को भाग्यशाली मानते हैं जो इस संकट के समय देश की सेवा करने का अवसर मिला । उन्होंने अपने संस्थान टाटा स्मारक केंद्र , एक्ट्रेक के निदेशक डॉक्टर सुदीप गुप्ता सर् का आभार प्रकट किया की उन्होंने ही मुझे संस्थान एवं देश की सेवा करने का अवसर प्रदान किया।
आपको बता दे नवीन कुमार खरे (विष्नु) भारत सरकार, परमाणु ऊर्जा विभाग, टाटा स्मारक केंद्र, एक्ट्रेक नवी मुंबई में वेज्ञानिक अधिकारी के पद पर 2010 से कार्यरत है । आप उत्तर वन मंडल पन्ना से सेवानिवृत श्री महेश प्रसाद खरे एवं श्रीमति प्रेम खरे के सुपुत्र है। पन्ना मैं इनका पैतृक घर “शारदा विला” धाम मोहल्ला, कचहरी रोड पर स्तिथ है । पिछले साढ़े तीन महीनों से यह मुम्बई मैं अकेले ही रह रहे है । माता – पिता पन्ना मैं एवं पत्नि – पुत्र सतना मैं रह रहे है ।
नवीन ने बताया कि वह बचपन से ऐसा कुछ करना चाहते थे जिससे अपनी जन्मभूमि पन्ना का नाम रोशन कर सके और कोरोना काल में उन्हें यह अवसर उनकी कर्मभूमि मुम्बई मैं उनके संस्थान में मिला और उन्होंने पूरे उत्साह एवं जोश के साथ कोरोना की इस जंग में अपना योगदान दिया। उन्होंने अपने परिवार के सदस्यों का, रिश्तेदारों, मित्रो, शुभचिंतकों, हॉस्पिटल के साथी कर्मचारियों, एवं उनके इलाज में लगी पूरी टीम का ह्रदय से आभार प्रकट किया । विशेष रूप से पन्ना शहर की जनता का भी उन्होंने ह्रदय से आभार प्रकट किया ।
हम सभी यही उम्मीद करते है कि यह पन्ना का हीरा ऐसे ही मुम्बई मैं अपनी चमक बरकरार रखे । सभी पन्ना वासियों के लिए गर्व का विषय है जुगल किशोर जू की नगरी मैं जन्म लेकर मुंबई में कोरोना योद्धा बनके देश सेवा के साथ – साथ कोरोना से जंग भी जीती । पन्ना नगर वासियों ने उनके जल्द पूर्ण स्वस्थ्य होने की कामना की है । पन्ना के इस सच्चे सपूत के उज्वल भविष्य की कामना करते है ।