पिता और पुत्र के निधन से झाबुआ में शोक की लहर छाई, वयोवृद्ध पेंषनर एमसी गुप्ता और उनके पुत्र जयेष गुप्ता का बीती मध्य रात हुआ स्वर्गावास
मनीष वाघेला
झाबुआ। झाबुआ शहर के लक्ष्मीबाई मार्ग में रहने वाले वृयोवृद्ध पेंषनर महेषचन्द्र गुप्ता उम्र करीब 82 वर्ष एवं उनके पुत्र ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग झाबुआ मंे पदस्थ सब इंजिनियर जयेषकुमार गुप्ता उम्र 55 वर्ष का 23 एवं 24 नवंबर की मध्य रात स्वर्गावास हो गया।
पहले पुत्र का बड़ौदा में किडनी संबंधी उपचार के लिए डायलिसिस करवाते समय निधन हो गया, तो उनके 1 घंटे बाद पिता महेषचन्द्र गुप्ता के स्वर्गावास भी खबर सामने आई, जबकि पिता को यह पता ही नहीं था कि 1 घंटे पूर्व उनके पुत्र का निधन हो गया है, लेकिन ईश्वर की इच्छा के आगे किसी की नहीं चलती है। पहले पुत्र ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया तो बाद में पिता ने अपने झाबुआ स्थित निवास पर ही अचानक से शगुर बढ़ने से अंतिम सांस ली। दोनो की अंतिम यात्रा लक्ष्मीबाई मार्ग निवास से एक साथ मुक्ति रथ पर निकली और अंतिम संस्कार गैल स्थित मुक्तिधाम पर हुआ। जहां अपने पिता और दादाजी को मुखाग्नि लड़कियों ने दी।
पुत्र का बड़ौदा में हुआ निधन
यह अत्यधिक गमगीन करने वाला घटनाक्रम 23 एवं 24 नवंबर की मध्य रात का है। आरईएस विभाग झाबुआ में पदस्थ सब-इंजिनियर जयेषकुमार गुप्ता जो पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उन्हें किडनी में प्राॅब्लम होने से उनका उपचार बड़ौदा (गुजरात) में चल रहा था। इस बीच वे डायलिसिस करवाने के लिए बड़ौदा गए हुए थे, जहां मध्य रात करीब डेढ़ बजे उनका निधन हो गया।
पिता ने झाबुआ अपने घर पर ली अंतिम सांस
जयेष गुप्ता के चचेरे भाई गिरीष गुप्ता के अनुसार पिता महेषचन्द्र गुप्ता को इस बात की खबर नहीं थी कि उनके पुत्र का स्वर्गावास हो गया है, लेकिन शायद पुत्र के बाद पिता को भी उसी दिन इस दुनिया को छोड़कर जाना था। महेषचन्द्र गुप्ता, जो पूर्व से शगुर के मरीज होकर करीब एक घंटे बाद शुगर कम होने से बीती मध्य रात ही 2.30 बजे उन्होंने भी अंतिम सांस ली। गुप्ता परिवार में एक ही रात दो लोगों की मृत्यु से परिवारजनों में गहरी शोक की लहर छा गई वहीं संपूर्ण शहर में भी जब यह खबर फैली तो लोगों ने गहरा दुख व्यक्त किया।
वरिष्ठ पेंषनर्स होने के साथ वर्षों तक कलेक्ट्रोरेट में दी सेवाएं
ज्ञातव्य रहे कि जयेष गुप्ता जहां सेवाभावी और सरल स्वभाव के होने के साथ महेषचन्द्र गुप्ता ने वर्षों में कलेक्ट्रोरेट झाबुआ में लेखापाल में पद पर रहते हुए अपनी सराहनीय सेवाएं दी। वृयोवद्ध पिता के साथ पुत्र का असमय चला जाना काफी गमगीन भरा है। महेषचन्द गुप्ता कलेक्टोरेट में शासकीय सेवा से निवृत्त होने के बाद जिला पेंषनर्स एसोसिएषन और वरिष्ठ नागरिक फोरम से भी जुड़कर कई पदो पर आसीन होकर लगातार पेंषनरों, वृद्ध नागरिकों की सेवा कार्यों में हमेषा तत्पर रहते थे। एमसी गुप्ता के एक ही पुत्र जयेष गुप्ता थे। जयेषकुमार की दो अविवाहित लड़कियां आयुषी और एष्वर्या ने अत्यंत ही नम आंखांे से गैल स्थित मुक्तिधाम पर अपने पिता और दादाजी को मुखाग्नि दी।
दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि
अंतिम संस्कार बाद जिला पेंषनर्स एसोसिएषन, वरिष्ठ नागरिक फोरम, सकल व्यापारी संघ, आसरा पामरार्थिक ट्रस्ट, रोटरी क्लब ‘मेन’, रोटरी क्लब आजाद, वरिष्ठ समाजसेवियों, आरईएस विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों, साहित्कार एवं शहर के अन्य गणमान्यजनांे ने महेषचन्द्र गुप्ता एवं जयेषकुमार गुप्ता के स्वर्गावास पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए गहरा दुख व्यक्त किया है। मुक्तिधाम पर सकल व्यापारी संघ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शैलेष दुबे ने मौन रहकर ईष्वर से मृतात्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।