दमोह (कुंडेश्वर टाइम्स) भगवती मानव कल्याण संगठन के संस्थापक संचालक श्री शक्तिपुत्र जी महाराज के दिशानिर्देशन में नशा विरोधी जन आंदोलन के तहत गुरुवार को रात्रि 2:00 बजे से दोपहर 4:00 तक अवैध शराब के खिलाफ पांच बड़ी कार्रवाई करवाई गई जिसमें सुबह 3:00 बजे पटेरा थाना अंतर्गत दमोह पुलिस लाइन में पदस्थ आरक्षक अजय यादव कुम्हारी सरपंच प्रतिनिधि एवं राजेंद्र यादव बिलगुवा तहसील पटेरा जिला-दमोह निवासी से 20 पेटी अवैध शराब लाल मसाला फोर व्हीलर गाड़ी से भगवती मानव कल्याण संगठन ने बरामद पुलिस को बुलाकर आबकारी एक्ट 2 के तहत कार्यवाही की गई वही आरक्षक को दमोह एसपी ने निलंबित कर दिया है वही चार बड़ी कार्यवाही कुम्हारी थाना अंतर्गत आरक्षक का भाई दीपू यादव के टैंपल से 12 पेटी अवैध शराब जप्त की गई महाकाल ढाबा जिसकी संचालक रश्मि यादव सरपंच कुम्हारी के यहां से 39 पाव लाल एवं 36 पाव सफेद वही कोलू वाले महाकाल पुराना ढाबा सरपंच रश्मि यादव के ढाबा से 13 पेटी अवैध शराब बरामद , वही उसी के बाजू से नया मकान जो सरपंच द्वारा निर्माण किया जा रहा है इंग्लिश की 35 हॉप बाटल 9 पेटी लाल मसाला आठ पेटी प्लेन सादा यहां से कुल 18 पेटी जप्त की गई महाकाल ढाबा के 10 कदम पीछे राम गणेश दुबे पिता राम मिलन दुबे के मकान से 24 पाव लाल मसाला भी बरामद की गई 3 लाख रुपए 25 हजार कीमत की अवैध शराब जप्त की गई इस मौके पर आबकारी विभाग पुलिस विभाग एव पटेरा तहसीलदार शैलेंद्र शर्मा मौजूद रहे पुलिस ने आबकारी एक्ट 2 के तहत कार्यवाही की गई है।
दमोह जिले में तेजी से चल रहा अवैध शराब तस्करी का सिलसिला
जब बड़ी ही खेत खाए तो आतंकवादी कौन करेगा वाली कहावत चला होती नजर आ रही है मध्य प्रदेश के दमोह जिले में पुलिस आरक्षक द्वारा अपनी गाड़ी में स्वयं अवैध शराब की पाइकारी किए जाने का मामला सामने आया है तो वहीं आरक्षित की पत्नी द्वारा जो कि वर्तमान में सरपंच के रूप में पदस्थ भी है एवं उनके द्वारा संचालित महाकाल ढाबा में भी भगवती मानव कल्याण संगठन के कार्यकर्ताओं ने जब जाकर देखा तो वहां भी बड़ी मात्रा में अवैध शराब पी गई पुलिस को सूचना देकर के उक्त अवश्य आपको जप्त करवरकर कार्यवाही की गई।।
पुलिस की विश्वसनीयता पर उतरे सवाल
जहां एक और भगवती मानव कल्याण संगठन द्वारा दमोह जिले में लगातार अवैध शराब बिक्री को रोकने के भारतम प्रयास किया जा रहे हैं और लगातार कार्यवाही करवा करके मामले पुलिस के हवाले कर दिए जाते हैं तो वहीं दूसरी ओर देश और समाज की रक्षा के लिए बनाई गई पुलिस के आरक्षण की जब शराब की आवश्यकता ही करना शुरू कर दे तो ऐसी स्थिति में पुलिस की विश्व सुनीता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होना एक सामान्य बात है देखना यह होगा कि सरकार द्वारा इस विषय में क्या एक्शन लिया जाता है यह आने वाला वक्त बताएगा।