दमोह – देर रात घटना को जघन्य घटनाक्रम को अंजाम देने वाले अनजान युवक को पकड़ने में पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। जहां सागर डीआईजी महानिरीक्षक अनिल शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक के समक्ष जबेरा थाना क्षेत्र में मासूम बच्ची के साथ हुई घटनाक्रम का दमोह पुलिस कंट्रोल रूम में किया गया खुलासा। जिन्होंने बताया कि एसआईटी टीम के द्वारा लगातार पता साजी कर महज 8 घंटों में मामले का खुलासा किया। दिन भर ग्रामीण क्षेत्र में इस घटना के संबंध में जानकारी ली गई।
अंततः आपराधिक प्रवृति रखने वाले विभिन्न लोगों की गांव में धर पकड़ के साथ सघन पूंछ तांछ की गई। जहां आरोपी को पकड़ने में पुलिस को इस तरह सफलता प्राप्त हुई है। जिसमे सागर डीआईजी अनिल शर्मा ने बताया कि उक्त युवक सचिन सेन गांव का ही रहवासी हैं। जिसने बच्ची को बहला फुसलाकर घटना को अंजाम दिया है। घटना की जानकारी से ही पुलिस अधीक्षक हेमंत चौहान अपनी टीम के साथ पहुंच चुके थे। मामले को तफ्तीश प्रारंभ कर दी गई थी।
साथ ही इस तरह आरोपी सचिन सेन उम्र करीब 20 वर्ष पुलिस के हत्थे चढ़ा। डीआईजी अनिल शर्मा ने बताया कि आरोपी को पकड़े जाने के लिए 25 हजार का इनाम भी मेरे द्वारा रखा गया था। जिसमे उक्त युवक को जानकारी के मुताबिक सघन पूछताछ में उसने अपना जुर्म कुबूल किया था। इस पूरी कार्यवाही में लगे टीम के सदस्यों को उन्होंने बधाई दी। साथ ही बच्ची के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बच्ची को दबाते वक्त उसकी आंखो में उंगली लग जाने के कारण खून आने लगा था। और आंख में सूजन आ गई थी। जबलपुर मे चल रहे इलाज के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि बच्ची के स्वास्थ्य में काफी हद तक सुधार है और जल्द ही अब बच्ची ठीक भी हो जाएगी। साथ ही उक्त आरोपी को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है ।
इस पूरी कार्यवाही में मुख्य रूप से सागर डीआईजी, दमोह पुलिस अधीक्षक हेमंत कुमार चौहान, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार लाल, एसडीओपी तेंदूखेड़ा अशोक चौरसिया, टीआई जबेरा दीपक खत्री, रक्षित केंद्र में पदस्थ सब इंस्पेक्टर राघवेंद्र कमरिया, आरक्षक संजय पाठक, आरक्षक महेश यादव, आरक्षक भानू सहित अन्य पुलिस का महत्वपूर्ण योगदान रहा।