हर्रई(kundeshwartimes)- प्रकृति द्वारा फाल्गुन के महीने में गरज चमक के साथ अतिवृष्टि एवं ओलावृष्टि तथा आंधी तूफान से क्षेत्र के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई दे रहीं है। तीन महीने तक जी तोड़ मेहनत एवम् कड़कड़ाती ठंड में रात रात भर जाग कर सिंचाई करने वाला अन्नदाता फसल चौपट हो जाने से चिंतित है। हर्रई विकासखंड के कुछ ग्रामों में फसलों का बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है,साथ ही कई मकानों के छप्पर भी तेज हवा के कारण उड़ गए हैं।
क्षेत्र के किसानों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि ओलावृष्टि से हुए नुकसान का सर्वे कराकर मुआवजा प्रदान किया जाए।