मंडी प्रांगण में किसान सम्मेलन सम्पन्न।
ग्रामीण किसानों ने नगर में निकाली ट्रैक्टर यात्रा।
समर्थन कर प्रधानमंत्री का माना आभार
भाजपा के कप्तान लक्ष्मण नायक ने कार्यक़म में किसानों को बिल के संबंध में बताये फायदे।
नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर एवम मंडल अध्यक्ष पारस तलेरा की अगुवाई में हुवा विशाल किसान सम्मेलन।
थांदला (मनीष वाघेला)नगर में आज केंद्र सरकार द्वारा किसानों के समर्थन में जो बिल पारित किया गया था इस संदर्भ में नगर में विराट ट्रैक्टर यात्रा निकाली गई ट्रैक्टर में किसान जय जवान जय किसान के नारे लगाते हुए संपूर्ण नगर में भ्रमण किया गया रैली पुरानी मंडी से प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्गो से होती हुई नवीन मंडी पहुंची जहां सभा के रूप में भाजपा जिला अध्यक्ष लक्षमण नायक पूर्व विधायक कल सिंह बाबर जिला महामंत्री श्यामा ताहेड भाजपा वरिष्ठ नेता दिलीप कटारा थांदला मंडल अध्यक्ष पारस तलेरा पूर्व मंडी उपाध्यक्ष गणराज आचार्य मंडल अध्यक्ष रमेश बारिया पिछड़ा मोर्चा जिला अध्यक्ष मुकेश मेहता सहित सोशल मीडिया प्रभारी राजू धानक वरिष्ठ पार्षद समर्थ उपाध्याय युवा नेता संतोष सोनी सुरेश राठौड़ राजेश वसुनिया पूर्व विधायक प्रतिनिधि एवम नेता राकेश सोनी उर्फ पेंटर उपस्थित थे कार्यक्रम में सर्वप्रथम श्यामा प्रसाद मुखर्जी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर माल्यार्पण किया गया कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए भाजपा महामंत्री श्यामा ताहेड ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हितों की रक्षा के लिए किसानों के समर्थन में जो बिल पारित किया है निश्चित रूप से इससे किसान लाभान्वित होंगे कार्यक्रम में किसानों को संबोधित करते हुए भाजपा के तेजतर्रार नेता दिलीप कटारा ने कहां की किसानों के समर्थन में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री ने जो बिल पास किया है इससे हमारे आदिवासी गरीब भाइयों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा कार्यक्रम में पूर्व विधायक कल सिंह भाबर ने किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि देश में पहली बार किसानों के पक्ष में देश के प्रधानमंत्री ने यह निर्णय लिए वह देश के किसानों को उन्नत कर उनके विकास के लिए संकल्पित है निश्चित रूप से यशस्वी प्रधानमंत्री बधाई के पात्र हैं ।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण नायक ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश आज उन्नति की ओर अग्रसर है जो पिछले अनेकों वर्षों में कांग्रेस पार्टी ने देश हित में जो कार्य नहीं किए वह पिछले 15 वर्षों में देश सहित संपूर्ण मध्यप्रदेश स्वर्णिम भारत की ओर निरंतर अग्रसर हो रहा है पूर्व में किसानों की उपज की राशि एसी में बैठे हुए लोग हड़प लेते थे किंतु देश के प्रधानमंत्री ने किसानों की आय को दोगुना करने के लिए जो योजना धरातल पर लागू की है निश्चित रूप से देश प्रदेश के किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होकर लाभकारी होगीनये बिल से किसानों को लाभके बारे में जिलाध्यक्ष लक्ष्मण नायक ने किसानों को पाइंट टू पॉइंट बताया।
1. राज्यों की कृषि उत्पादन विपरण समिति यानि एग्रीकल्चरल प्रोड्यूस मार्केट कमेटी (APMC) के अधिकार बरकरार रहेंगे. इसलिए किसानों के पास सरकारी एजेंसियों का विक,ल्प खुला रहेगा.
2. नए बिल किसानों को इंटरस्टेट ट्रेड (अंतरराज्यीय व्यापार) को प्रोत्साहित करते हैं, किसान अपने उत्पादों को दूसरे राज्य में स्वतंत्र रूप से बेच सकेंगे.
3. वर्तमान में APMCs की ओर से विभिन्न वस्तुओं पर 1% से 10 फीसदी तक बाजार शुल्क लगता है, लेकिन अब राज्य के बाजारों के बाहर व्यापार पर कोई राज्य या केंद्रीय कर नहीं लगाया जाएगा.
4. किसी APMC टैक्स (या कोई लेवी और शुल्क आदि) का भुगतान नहीं होगा. इसलिए और कोई दस्तावेज की जरूरत नहीं.
खरीदार और विक्रेता दोनों को लाभ मिलेगा (निजी कंपनियों और व्यापारियों की ओर से APMC टैक्स का भुगतान होगा, किसानों की ओर से नहीं).
5. किसान कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग या अनुबंध खेती के लिए प्राइवेट प्लेयर्स या एजेंसियों के साथ भी साझेदारी कर सकते हैं.
6. कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग निजी एजेंसियों को उत्पाद खरीदने की अनुमति देगी – कॉन्ट्रेक्ट केवल उत्पाद के लिए होगा. निजी एजेंसियों को किसानों की भूमि के साथ कुछ भी करने की अनुमति नहीं होगी और न ही कॉन्ट्रेक्ट फार्मिंग अध्यादेश के तहत किसान की जमीन पर किसी भी प्रकार का निर्माण होगा.
7. वर्तमान में किसान सरकार की ओर से निर्धारित दरों पर निर्भर हैं. लेकिन नए आदेश में किसान बड़े व्यापारियों और निर्यातकों के साथ जुड़ पाएंगे, जो खेती को लाभदायक बनाएंगे.
8. प्रत्येक राज्य में कृषि और खरीद के लिए अलग-अलग कानून हैं. एक समान केंद्रीय कानून सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) के लिए समानता का अवसर उपलब्ध कराएगा.
9. नए बिल कृषि क्षेत्र में अधिक निवेश को प्रोत्साहित करेंगे क्योंकि इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. निजी निवेश खेती के बुनियादी ढांचे को और मजबूत करेगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा.
10. APMC प्रणाली के तहत केवल लाइसेंस प्राप्त व्यापारी जिसे आड़तिया (बिचौलिया) कहा जाता है, को अनाज मंडियों में व्यापार करने की अनुमति थी, लेकिन नया विधेयक किसी को भी पैन नंबर के साथ व्यापार करने की अनुमति देता है.
11. इससे बिचौलियों का कार्टेल टूट जाएगा – जो पूरे भारत में एक अहम मुद्दा है.
12. नया बिल बाजार की अनिश्चतिता के जोखिम को किसान से निजी एजेंसी और कंपनी की ओर ट्रांसफर करेगा कार्यक्रम का संचालन नगर परिषद अध्यक्ष बंटी डामोर ने किया व आभार मंडल अध्यक्ष पारस तलेरा ने किया।