सिंगरौली(kundeshwartimes) सिंगरौली जिले के देवसर तहसील अंतर्गत महान नदी जियावन में इन दिनों रेत ठेकेदार ग्लोबल सहकार द्वारा अधाधुंध रेत का उत्खनन व परिवहन कराया जा रहा है जबकि खदान के सीमा का कोई अता पता नहीं है फिर भी बेधड़क जहां मर्जी वही का रेत निकाला जा रहा है,यहां तक कि पानी के अंदर का भी रेत उत्खनन किया जा रहा है यह सब मंजर दिन के उजाले में भी चल रहा है लेकिन किसी की मजाल क्या कि कोई भी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी ठेकेदार की इस मनमानी पर उंगली उठा दें, फिलहाल जब तक खदान की सीमा का निर्धारण नहीं हो जाता तब तक के रेत का उत्खनन करना कहीं ना कहीं नियम विरुद्ध माना जा रहा है फिर भी ना तो खनिज विभाग के जिम्मेदार कुछ बोल रहे हैं और ना ही राजस्व विभाग अपनी नजरे इनायत कर रहा है ऐसे में स्थानीय प्रशासन सवालों के कटघरे में खड़ा हो रहा है बुधवार को दिनभर रेत का उत्खनन चलता रहा, पानी के अंदर का भी रेत पीसी मशीन के द्वारा निकाला जा रहा था आधा दर्जन हाईवा लोड हो रहे थे लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी स्थल पर जांच करने की जरूरत नहीं समझ रहे हैं।
बिना सीमा का निर्धारण किए अधाधुंध कर रहे उत्खनन
रेत ठेकेदार के ऊपर स्थानीय प्रशासन की मेहरबानी कहे या फिर उदासीन कार्य प्रणाली इन दोनों जिले की कुछ रेत खदानों में बेधड़क रेत का उत्खनन चल रहा है और खदानों की सीमा का निर्धारण नहीं कराया गया है प्रमुख रूप से देवसर क्षेत्र के महान नदी जियावन स्थित रेत का उत्खनन तथा परिवहन चल रहा और स्थिति यह है की खदान की सीमा का पता नहीं है अब राजस्व विभाग भी यदि चाहे की जांच करें तो क्या जांच करेंगे जब सीमांकन हुआ नहीं है ऐसी स्थिति में राजस्व विभाग को जांच करने में समस्या खड़ी हो सकती है इस गंभीर मसले को लेकर खनिज विभाग के जिम्मेदारों ने कहा है कि हर वर्ष खदानों का सीमांकन नहीं किया जाता मैं स्वयं जीपीएस सिस्टम से खदानों का सीमांकन किया हूं अब गौर करने वाली बात यह है कि खनिज विभाग यदि स्वयं खदानों का सीमांकन करेगा तो राजस्व विभाग के जिम्मेदार कैसे खदानों की जांच कर पाएंगे।
सीमांकन को लेकर एसडीएम तथा तहसीलदार असमंजस में
अगर रेत खदानों के सीमांकन को लेकर एसडीएम तथा तहसीलदार देवसर असमंजस में नजर आ रहे हैं क्योंकि एसडीएम ने कहा कि खदानों की सीमा कहां है इसकी जांच कराई जाएगी मतलब एसडीएम को अभी तक यह पता नहीं है की खदानों की सीमा कहां तक है इधर तहसीलदार देवसर बीके पटेल ने भी कहा है कि मुझे अभी तक यह जानकारी नहीं है की खदानों की सीमा कहां है और उन्होंने यह भी कहा कि ठेकेदार ने अभी तक सीमांकन को लेकर कोई कोई आवेदन नहीं दिया है जिस वजह से सीमांकन नहीं हो पा रहा है जबकि सभी खदानों का सीमांकन करने के बाद ही रेत का उत्खनन करना उचित रहेगा फिलहाल राजस्व विभाग के जिम्मेदार इस मामले पर असमंजस में नजर आ रहे हैं, अब यह माना जा रहा है की रेत ठेकेदार एवं खनिज विभाग के जिम्मेदारों की मनमानी पूर्ण रवैया को लेकर राजस्व विभाग अशहज महसूस कर रहा है
इनका कहना है
यदि रेत खदानों में सीमा निर्धारित नही किया गया है फिर भी रेत का उत्खनन हो रहा है तो इसकी जांच कराई जाएगी गलत पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी
अखिलेश कुमार सिंह
एसडीएम देवसर