देवतालाब (कुंडेश्वर टाइम्स) कोरोना संक्रमण में लॉकडाउन के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिना राशन कार्ड वालों को भी 3 महीने का खाद्यान्न दिए जाने की घोषणा की थी परंतु देवतालाब क्षेत्र में महज कुछ लोगों को एक ही महीने का राशन दिया गया था और 2 महीने का खाद्यान्न गायब हो गया इसी तरह विगत महीने मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि जिन पात्र लोगों के नाम खाद्यान्न से वंचित हैं उनके नाम तत्काल जोड़कर उन्हें खाद्यान्न पर्ची जारी की जाए एवं खाद्यान्न दिया जाए इस संबंध में कलेक्टर रीवा ने भी विगत दिनों एक आदेश जारी कर स्थानीय निकायों को नाम जोड़कर खाद्यान्न पर्ची जारी करने का निर्देश दिया था परंतु स्थानीय ग्राम पंचायत में जब इस संबंध में सचिव से बात की गई तो सचिव ने कहा कि नाम यहां से होटल में फिट कर दिए गए हैं परंतु जिला खाद्य अधिकारी द्वारा पोटला कर दिया गया है जिसके कारण खाद्यान्न पर्ची जारी नहीं हो आ रही है विदित हो कि रीवा जिले में 8 विधानसभा क्षेत्रों में आठों विधायक सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी के हैं फिर भी अधिकारी कांग्रेसी मानसिकता पर काम करते नजर आ रहे हैं जिसका जीता जागता उदाहरण यही है कि मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद भी गरीब व जरूरतमंदों को खाद्यान्न पर्ची नहीं मिल पा रही है और चुने गए विधायक भी मूकदर्शक बने हुए नजर आ रहे हैं जिसके कारण कहीं ना कहीं आम जनमानस में मुख्यमंत्री की घोषणाओं और आदेशों के प्रति विश्वास उत्पन्न हो रहा है जो आने वाले समय में भारतीय जनता पार्टी को महंगा पड़ सकता है सर्वविदित है कि मुख्यमंत्री ने पात्र वंचित परिवारों का नाम जोड़कर तत्काल खाद्यान्न दिए जाने के निर्देश दिए थे इस हेतु आवंटन भी जारी हो गया था परंतु जिला खाद्य अधिकारी द्वारा जारी करना कहीं ना कहीं संदेह के दायरे में आता है जिला कलेक्टर एवं मुख्यमंत्री महोदय उक्त मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए खाद्यान्न पर्ची जारी किए जाने की मांग की है ।