मूर्धन्य आयुर्वेदाचार्य डॉ. विश्वनाथजी शर्मा की पुण्यतिथि पर धार्मिक अनुष्ठान
मनीष वाघेला
जिले के लब्धप्रतिष्ठ एवम मूर्धन्य आयुर्वेदाचार्य, संस्कृतविद्, व्याकरणाचार्य, संगीतज्ञ, ओर आजीवन समाज सेवा में रत रहने वाले श्री राम चरणानुरागी डॉ. विश्वनाथजी शर्मा की 18वी पुण्यतिथि के अवसर पर जिले के आयुर्वेद चिकित्सकों, आध्यात्मिक, धार्मिक, सामाजिक, संस्था, के पदाधिकारियों सहित पत्रकार गण एवम परिजनों द्वारा उन्हें सादर श्रद्धा सुमन समर्पित करते हुए श्री भगवान् से उनकी आत्मा की शान्ति हेतु प्रार्थना की गई।
वर्तमान कोरोना की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए डॉ. शर्माजी की पुण्यतिथि के अवसर पर श्रीलक्ष्मीनारायण मंदिर में सादे समारोह में धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किये गए। इस अवसरपर मंदिर में “श्री विष्णुसहस्त्रनाम” सहित “श्रीमद्भगवद्गीता” के पन्द्रहवें अध्याय का पाठ किया गया एवम उनके निमित्त “हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे, हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।” महामन्त्र संकीर्तन कर अंत मे पितृ स्तोत्र का पाठ किया गया। साथ ही गौओं को ग्रास प्रदान कर उन्हें नमन किया गया।
डॉ. विश्वनाथजी शर्मा की पुण्यतिथि पर उनके गृह गाँव सुखेड़ा (रतलाम) जावरा ,इंदौर, रतलाम, बड़नगर, झाबुआ एवम उज्जैन में भी परिजनों द्वारा सादर श्रद्धांजलि समर्पित की गई एवम भगवान् से उनकी आत्मशांति, आत्मानंद हेतु प्रार्थना की गई।