रेत खदानों की सीमा का निर्धारण नहीं हुआ और शुरू हो गया उत्खनन,सहकार ग्लोबल कंपनी करा रही उत्खनन, कुंडेश्वर टाइम्स प्रदेश संवाददाता अनुराग द्विवेदी की रिपोर्ट

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देवसर के कारी और जियावन में पीसी मशीन कर रहीं नदी का सीना छलनी

सिंगरौली(kundeshwartimes)- सिंगरौली जिले में रेत खदानों का टेंडर नया होने के बाद ठेकेदार की मनमानी शुरू हो गई, है , बताते हैं कि अभी तक खदानों की सीमा का निर्धारण नहीं कराया गया और जहां मर्जी वही रेत का उत्खनन कार्य शुरू कर दिया गया है, उदाहरण स्वरूप रेत खदान जियावन में सिर्फ एक पोल खड़ा कर दिया गया है अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि सिर्फ एक पोल के सहारे सीमा का निर्धारण कैसे किया जा सकता है आगे पीछे कहीं भी अन्य दूसरा पोल नजर नहीं आता इसी तरह से कारी का भी हाल है बताते हैं कि कारी में भी सीमा का निर्धारण नहीं किया गया है और जहां मर्जी वही रेत का उत्खनन कार्य शुरू कर दिया गया है,कुल मिलाकर महान नदी जियावन तथा कारी में खुलेआम मनमानी चल रही है और खनिज विभाग के जिम्मेदार इस मनमानी का तमाशा देख रहे हैं, चिंता का विषय यह है कि अभी इसी महीने से रेत उत्खनन का कार्य प्रारंभ हुआ है और जब शुरू से ही लीज से बाहर का उत्खनन हो रहा है तो आगे क्या हाल होगा यह अपने आप में विचारणीय पहलू है यदि यही स्थिति रही तो महान नदी का अस्तित्व को खत्म कर ही दिया जाएगा साथ ही सरकार की राजस्व के रूप मे भारी छाती पहुंचेगी

कारी और जियावन में चल रही मनमानी

इन दोनों सहकार ग्लोबल कंपनी द्वारा देवसर क्षेत्र के महान नदी स्थित कारी एवं जियावन खदान में लीज से बाहर रेत का उत्खनन करने का आरोप लगाया जा रहा है,बताते हैं कि इन खदानों में अभी तक लीज का निर्धारण नहीं कराया गया है और पीसी मशीन लगाकर धड़ल्ले से रेत का उत्खनन भारी मात्रा में किया जा रहा है

खनिज विभाग देख रहा तमाशा

नया टेंडर होने के बाद ठेकेदार द्वारा रेत खदानों में मनमानी तरीके से उत्खनन कराया जा रहा है और खनिज विभाग के जिम्मेदार इस मनमानी का तमाशा देख रहे हैं, ऐसे में तरह-तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं

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