हनुमना – हनुमना नगर में इंडेन गैस एजेंसी प्रारंभ होने के साथ ही अपनी अनियमितताओं के लिए हमेशा ही चर्चाओं में रहने वाला स्थानीय गैस वितरक 22 मार्च से जब समूचा देश कोरोनावायरस के चलते लाकडाउन की मार झेल रहा है। शासन प्रशासन के बार-बार आदेश कि होम डिलीवरी हर सामानों की जाए लेकिन हनुमना इंडेन गैस वितरक निर्धारित रेट से भी अधिक पैसा लेने के बावजूदभी गैस की होम डिलीवरी नहीं कर रहा है जिस से जहां आम जनता परेशान हो रही है वही लोगों में आक्रोश व्याप्त है। उल्लेखनीय है कि हनुमना इंडेन गैस एजेंसी का मालिक पूर्व में भी डेढ़ सौ से ₹200 तक की अधिक राशि प्रत्येक सिलेंडर में लेकर और फर्जी रसीद काटकर जहां लाखों रुपए का गबन करने में पकड़े जाने व शिकायतों के बावजूद तत्कालीन खाद्य अधिकारी की मिलीभगत से सारे प्रमाण इसका कुछ नही बिगाड़ पाए थे। जनता है कि हमेशा इसके लूट का शिकार होती रही है अब जबकि समूचे राष्ट्र में कोरोना वायरस के चलते लाकडाउन चल रहा है भारत सरकार व प्रदेश सरकारों के प्रत्येक वस्तुओं के होम डिलीवरी के आदेश हो चुके हैं। बावजूद इसके गैस वितरक ₹836रुपये 50 पैसे की जगह ₹840 जहां प्रत्येक उपभोक्ता से ले रहा है बार-बार शिकायत व मीडिया में आने के बावजूद उच्चाधिकारियों तक अपनी लंबी पहुंच के चलते आज तक होम डिलीवरी नही दे रहा है और कहने पर सरेआम धमकी देता है जो बिगाड़ना हो बिगाड़ लेना। गैस चाहिए तो मेरे सिस्टम से चलना होगा। इतना ही नहीं हद तो तब हो गई जब उज्जवला योजना के जितने भी कनेक्शन आज तक दिए गए सभी उपभोक्ताओं से 1650 रुपए या 1950 रुपए लेने के बाद ही उन्हें कनेक्शन जहां दिए गए वही होम डिलीवरी न होने से गैस के लिए सड़क तक पर्ची कटाने लाइन लगाने में मशगूल गत वर्ष एक युवक वाहन दुर्घटना में भगवान को प्यारा हो गया था उसके बाद भी वितरक के रवैया में कोई परिवर्तन नहीं आया। वाहन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता कहते हैं कि अनेक बार शासन प्रशासन से होम डिलीवरी की मांग कर चुका हूं होम डिलीवरी का पूरा चार्ज से भी अधिक रास लेने के बावजूद लाकडाउन में भी होम डिलीवरी न देना और प्रशासन का मूक बने रहना प्रशासन की नियति पर भी प्रश्न खड़ा कर रहा है। विपिन मोबाइल सेंटर के संचालक विपिन गुप्ता कहते हैं कि हनुमना नगर से 5 किलोमीटर दूर सलैया गैस गोडाउन में जाकर 2_2, 3_3 घंटे लाइन में खड़े रहने वह भी सोशल डिस्टेंस को तार-तार करते हुए भेड़ बकरियों की तरह जीवन को जोखिम में डालकर स्वयं अपने हाथ लेबरगिरी भी जहां करनी पड़ती है वही 836रू 50 पैसे की जगह ₹840 देना पड़ता है बोलने पर बदसलूकी भी की जाती। व्यापार मंडल हनुमना के अध्यक्ष मनीष केसरी कहते हैं कि होम डिलीवरी न होने से जहां क्षेत्र की जनता जनार्दन परेशान होती है वही नगर के व्यापारी अपना अमूल्य समय अपनी दुकानदारी छोड़कर गैस लेने के लिए लाइन लगाने में बिता देते हैं उन्होंने कहा कि इससे बड़ा और आश्चर्य क्या होगा कि लाकडाउन में भी होम डिलीवरी न देने तथा निर्धारित रेट की पर्ची काटने के बावजूद एक्स्ट्रा चार्ज लोगों से ले रहा है। कलेक्टर बसंत कुर्रे का ध्यान आकृष्ट करते हुए मांग की गई है कि शीघ्र होम डिलीवरी इंडेन गैस एजेंसी वितरक से प्रारंभ कराई जाए अन्यथा मजबूर होकर आंदोलनात्मक रुख अख्तियार करने के लिए हम सभी को बाध्य होना पड़ेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।