कटरा- देश के जन जीवन को बचाने के लिए लाक-डाउन एक महती आवश्यकता है , भारत सरकार के इस कदम की चारो ओर सराहना भी हो रही है, लेकिन अचानक लाक-डाउन होने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, थोक और खुदरा बजार मे खाद्य सामग्रियो एंव सब्जियो के दाम बढ़ने लगे है, जैसे ही लोगो को पता चला कि 14 अप्रैल तक लाक-डाउन रहेगा जन-मानस के चेहरे पर चिन्ता की लकीरे स्पष्ट दिखने लगी विशेष तौर से गरीब मजदूर रोज -कमाने खाने वाले लोग ज्यादा प्रभावित दिख रहे है।लाक-डाउन के चलते हजारो माल-वाहक ट्रक रास्ते मे फसे हुए है, जंगंल और सुनसान जगह मे रुकने के कारण भूखे मरने की स्थिति मे हैं, क्यो कि उन्हे भोजन उपलब्ध कराने वाले सभी ढावा बंद है,सूनसान जगह मे फंसें होने के कारण राशन सामग्री भी उपलब्ध नही है , बहुतो के पास स्टोप बर्तन भी नही है हमारे कटरा के आस-पास कलवारी एंव फुर्तला और सोहागी पहाड़ स्थिति टोल प्लाजा के दोनो पार सैकड़ो की संख्या मे मालवाहक ट्रक चालक फसे है जिला प्रसाशन को चाहिए कि जहॉ कही भी इस तरह के ट्रक खड़े हो उन तक भोजन सामग्री पहुचाई जाय। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार और प्रदेश सरकार के द्वारा नित नई घोषणाएॅ की जा रही है, कि किसी को भूखे नही मरने दिया जायेगा लेकिन राहत सामग्री लोगो तक कब तक पहुॅचेगी, यह किसी को नही मालूम। रीवा जिले का स्वास्थ्य अमला निष्क्रिय दिखाई दे रहा है, त्योथर तहसील की स्थिति तो और बदतर है ग्राम पचांयत कटरा जो एक बाजार है, यहॉ पर बजार को सेनेटाईज करने के लिए अभी तक किसी भी तरह की दबाई का छिड़काव नही किया गया। गरीबो को मिलने बाला अनाज भी अभी तक नही बाटां गया है । सेल्समैन के अनुसार सरकार का आदेश है कि तीन महीने का अनाज इकट्रठा बांटना है अभी हमारे पास एक महीने का ही आया है इस लिए नही बांट रहा हुॅ। सब्जियो और खाद्य सामाग्री के दाम न बढ़े इसके लिए सरकार को चाहिए कि आवश्यक वस्तुओ की आपूर्ति सुनिश्चित करे। भारत सरकार की लाकडाउन के अपील के साथ -साथ मेरा भी आप सभी से विनम्र अनुराध है, कि जान है तो जहान है, कोरोना वायरस एक असाध्य महामारी है जिसका बचाव आप के पास है इसे मजाक मे न ले समूह मे इकट्ठे न हो, हाथ न मिलाए, लोगो से दूरी बनाकर रखे, अति आवश्यक कार्य के अलावा घर से ना निकले, और जब भी बाहर से आए साबुन से हाथ धोना ना भूले।