वनरक्षक डीलन सिंह का हुआ एक्सीडेंट हादसा, जबलपुर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत,कुंडेश्वर टाइम्स ब्यूरो आर.पी.बर्मन की रिपोर्ट

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, जबलपुर मुखर्जी हॉस्पिटल की अजीबोगरीब कहानी इलाज से पहले हॉस्पिटल ने कराए 5 लाख जमा और 25 एवं 26 की रात 3 बजे मरीज मरीज दुनिया से हुए अलविदा जहां बांकी रासी जमा न किए जाने पर डॉक्टर ने लाश पर किया कब्जा कहा जब तक पूरी फीस जमा नहीं हो जाती तब तक परिजनों को लास्ट नहीं दी जाएगी तब मृतक के बीवी बच्चे घबराहट की हालत में आ गए और किन्ही लोगों के सलाह से जिले के जवाबदार अधिकारियों को सूचित किया गया जहां बड़ी मशक्कत के बाद डॉक्टर के चुंगल से मृतक को मिला छुटकारा, देखिए क्या है पूरी कहानी, पन्ना जिला निवासी जो वन परीक्षेत्र सलेहा अंतर्गत वनरक्षक के पद पर पदस्थ डीलन सिंह आयु 50 वर्षीय एक्सीडेंट हादसे में हुए जख्मी को मुखर्जी हॉस्पिटल जबलपुर में भर्ती किया गया था भर्ती के समय हॉस्पिटल ने 5 लाख जमा करवाकर इलाज शुरू किया इलाज के दौराना डीलन सिंह नै कल देर रात 3 बजे जिंदगी की डोर तोड़ दी किन्तु 90 हजार परिवार के पास उपलब्ध ना होने के कारण लाश को हॉस्पिटल में बंधक बनाकर रख लिया था ,परिवार का सुबह से रो रो कर बुरा हाल था जब डॉक्टर नहीं माने तो किसी ने उनको अनुविभागीय अधिकारी ऋषभ जैन, का नंबर दिया उन्होंने अपनी समस्या श्री जैन को बताते हुए मदद की गुहार लगाई दुख भरी कहानी सुनने के उपरांत श्री ऋषभ जैन ने, तहसीलदार संदीप जयसवाल, और डॉ विभोर हजारे, को हॉस्पिटल भेज कर बंधक लास को छुड़वाने का निर्देश दिया, अस्पताल पहुंचकर पूरी जानकारी ली तब मृतक के पुत्र विकास ने, बताया कि सर रात 3 बजे मेरे पापा खत्म हो गए हैं किंतु 90 हजार ना होने के कारण लाश नहीं दे रहे हैं, श्री जयसवाल ने, प्रबंधक से बात करके लाश छुड़वाई ,और लाश पोस्टमार्टम हेतु मेडिकल रवाना किया करीब 6:00 बजे लाश मेडिकल पहुंची अधिक समय हो जाने के कारण पोस्टमार्टम सुबह करने को कहा गया दुखी परिवार ने कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम के दूरभाष क्रमांक 0761 2623 925 पर कॉल करके बताया इस पर मेडिकल कॉलेज डीन प्रदीप कसार को सूचित किया गया उन्होंने डॉक्टरों की टीम लगाकर पोस्टमार्टम कराया और लाश पन्ना जिले के लिए रवाना की जहां मृतक के ग्रह ग्राम में संस्कार किया गया

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