देवसर(kundeshwartimes)- सिंगरौली जिले के देवसर मुख्यालय में स्थित संजीवनी हॉस्पिटल के डॉक्टर एचएल गुप्ता के ऊपर इन दिनों गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं,मजौना निवासी राघव मिश्रा ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर एचएल गुप्ता ने उनकी बीमार बच्ची के उपचार में घोर लापरवाही किया है,उन्होंने बताया कि बच्ची के सीने में सामान्य दर्द शुरू हुआ था बच्ची को संजीवनी हॉस्पिटल में ले गए डॉ एस एल गुप्ता ने गंभीर बीमारी बताकर भर्ती कर लिया 3 दिनों तक भर्ती किए दर्द बढ़ता गया इधर 5000 रुपए ऐंठ लिए गए लेकिन मरीज को यह कह कर छुट्टी नहीं दे रहे थे की आप चिंता ना करें बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार हो जाएगा लेकिन तबीयत बिगड़ती गई अंततः 3 दिन बाद मरीज को अस्पताल से बाहर निकाल दिए और अंदर से अस्पताल में ताला बंद कर दिए फोन लगाने पर रिसीव नहीं किए उसके बाद परिजनों ने बच्ची को नेहरू शताब्दी चिकित्सालय जयंत में भर्ती कराया जहां मात्र 350 रुपए के उपचार में बच्चे के स्वास्थ्य में सुधार हो गया फिलहाल यह मामला जियावन थाने में पहुंच गया है मरीज बच्ची के पिता राघव प्रसाद मिश्रा ने डॉक्टर एचएल गुप्ता के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए एवं थाने में शिकायत दर्ज कराई है, दरअसल संजीवनी हॉस्पिटल देवसर के डॉक्टर एचएल गुप्ता के ऊपर इस तरह के आरोप कोई पहली बार नहीं लगाया जा रहा है आए दिन इस तरह के आरोप लगते रहे हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों ने कोई गंभीर कदम नहीं उठाया इस वजह से डॉक्टर एचएल गुप्ता के हौसले बुलंद हैं और मर्ज के बारे में ज्यादा जानकारी न होने के बाद भी मरीजों को भर्ती करना और उपचार के नाम पर मोटी रकम वसूलने के बाद रेफर करने का सिलसिला अनवरत जारी है ऐसे में मरीज लुट रहे हैं और लोगों की जिंदगी के साथ आए दिन खिलवाड़ किया जा रहा है
संजीवनी हॉस्पिटल देवसर के डॉक्टर एचएल गुप्ता के ऊपर आरोप की पुष्टि उनकी करोड़ों के बने हॉस्पिटल अपने आप कर रहे हैं क्योंकि करीब
एक दशक पूर्व एक किराए के छोटे से कमरे मे क्लीनिक चलाने वाले डॉक्टर एचएल गुप्ता का आज देवसर बाजार स्थित करोड़ों का भवन तैयार हो चुका है यह करोड़ों का भवन अपने आप बता रहा है कि मरीजों को किस कदर लूटा गया है
पूर्व में स्वास्थ्य विभाग ने बंद करा दी थी क्लीनिक
इसी तरह के आरोप लगाने के बाद कुछ वर्ष पहले स्वास्थ्य विभाग सिंगरौली ने गंभीर कदम उठाया था और जांच के दौरान संजीवनी हॉस्पिटल में कई कमियां पाई गई थी उसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संजीवनी हॉस्पिटल में ताला बंद कर दिया गया था लेकिन कुछ ही दिनों बाद मामले को रफा-दफा कर दिया गया और फिर से बेधड़क क्लीनिक संचालित करने की हरी हरी झंडी दे दी गई और नतीजा यह निकला कि देवसर वासियों को लूटने का सिलसिला आज भी जारी है
मरीजों की जिंदगी के साथ होता है खिलवाड़
संजीवनी हॉस्पिटल देवसर में आरोप लगाया जा रहे हैं कि मरीजों की जिंदगी के साथ जमकर खिलवाड़ हो रहा है बताया जाता है कि डॉक्टर एचएल गुप्ता के पास किसी भी मर्ज से ग्रसित कोई भी मरीज यदि गया तो तत्काल भर्ती कर लिया जाता है और जब तक मरीज की हालत बिगाड़ नहीं दी जाती तब तक उपचार के नाम पर जमकर लूटा जाता है और इसके बाद रेफर कर दिया जाता है तब तक मरीज की हालत तो बिगड़ ही जाती है साथ ही परिजनों की जेब भी ढीली हो गई होती है।