हनुमना(kundeshwartimes)-मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित रीवा जिले का हनुमान नगर जहां कहने को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र है तथा मऊगंज जिले की घोषणा भी हो चुकी है
15 अगस्त से मऊगंज जिला मूर्त रूप भी ले लेगा लेकिन हनुमाना जो कभी सीधी सिंगरौली सतना रीवा ही नहीं मिर्जापुर इलाहाबाद तक के व्यापारियों के व्यापार का प्रमुख केंद्र हुआ करता था आज भी लाखों जनता जनार्दन की सा का एकमात्र केंद्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमाना होने के बावजूद महिला चिकित्सक की नियुक्ति ना किया जाना शासन प्रशासन की उदासीनता तथा जनप्रतिनिधियों की ना कामयाबी क्या कर रहा है।
उपरोक्त बातें वाहन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहते हुए अफसोस जताया है कि एक और प्रदेश के मुख्यमंत्री बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ लाडली बहना लाडली लक्ष्मी जैसी तमाम योजनाओं के माध्यम से महिला उत्थान की बात करते हैं हनुमाना क्षेत्र का एकमात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जहां जिले के आदिवासी अंचल पिपराही जलपुरुष रमन करी आज हार से लेकर शाहपुर खटखरी पटेहरा आज सैकड़ों गांव के मरीजों के साथ ही उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर व प्रयागराज जिले के अनेक गांव से भी लोग चिकित्सा कराने आते हैं ।
मां बहनों को कोई तकलीफ हो जाए तो रीवा मिर्जापुर प्रयाग राज ले जाने के सिवाय दूसरा चारा नहीं होता वही यदि किसी महिला की हत्या आत्महत्या या अन्य कोई घटना दुर्घटना हो जाए तो पोस्टमार्टम के लिए रीवा ले जाना पड़ता है ऐसे में जनता जनार्दन के साथ ही प्रशासन भी परेशान होता है अतः मुख्य चिकित्सा अधिकारी रीवा एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तथा मुख्यमंत्री महोदय का ध्यान आकृष्ट कर शीघ्र ही हनुमाना में महिला चिकित्सक की नियुक्ति की एक जाने की मांग की जाती है।