रायपुर कर्चुलियान रीवा जिले में विद्युत विभाग आए दिन चर्चा में बना रहता है वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से ही लगातार विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा जिस तरह से मनमानी रवैया अपनाया गया है उससे चारों ओर आम जनता में हाहाकार मचा हुआ है विदित हो कि इसके पूर्व रीवा में मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री होने के कारण कहीं न कहीं प्रशासनिक कसावट दिखाई देती थी लेकिन कांग्रेस को सत्ता से हटाने के बाद सत्ता पर काबिज हुई भाजपा सरकार में रीवा को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला जिसके कारण कहीं ना कहीं प्रशासनिक व्यवस्था में लापरवाही देखने को मिल रही है यद्यपि राजनीतिक संतुलन बनाए रखने की दृष्टिकोण से विधानसभा अध्यक्ष का पद रीवा जिले के खाते में दिया गया है परंतु माननीय विधानसभा अध्यक्ष महोदय द्वारा भी प्रशासनिक कसावट लाए जाने हेतु कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं जिसका नतीजा यह हो रहा है कि वर्तमान में जो विद्युत व्यवस्था बनी हुई है वह कांग्रेस की सरकार से भी ज्यादा बदतर दिखाई दे रही है ताजा उदाहरण विद्युत वितरण केंद्र मनिकवार अंतर्गत कई गांव के दर्जनों ट्रांसफार्मर जले पड़े हुए हैं । विभाग केवल वसूली में व्यस्त हैं जिसके कारण किसानों को धान की रोपाई में परेशानी हो रही है वहीं पर बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो पा रही है । पीने के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। लोग अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
ग्राम कुइयां कला में उग्रसेन पटेल के घर के पास लगा 25 केवी का ट्रांसफार्मर 1 साल से जला पड़ा हुआ है ।इसी प्रकार ग्राम पंचायत उमरी टररी टोला एवं पश्चिमी उमरी में 63 केवी का ट्रांसफार्मर लंबे समय से खराब है ग्रामीणों ने कई बार विभाग को सूचना भी दे चुके हैं।गोरगांव 165 मोती लाल यादव के घर के पास ट्रांसफर 6 माह से जला हुआ है ग्रामीण उपभोक्ताओं द्वारा जले हुए ट्रांसफार्मर की शिकायत भी की थी जिसमें मनगवां एई द्वारा आश्वासन दिया था कि शीघ्र जला हुआ ट्रांसफार्मर बदल जाएगा किंतु बताया जा रहा है कि विभाग में लगे अस्थाई कर्मचारी द्वारा साठगांठ करके अन्यत्र लगवा दिया गया है। इसी प्रकार रेरुआ खुर्द तालाब के पास 63 केवी का 3 माह से खराब पड़ा हुआ है । गोरगांव 164 भैया लाल कोरी के घर के पास नया ट्रांसफार्मर लगाया गया है किंतु केवल नहीं जोड़ी गई है जिसके कारण लोग अंधेरे में रहने के लिए मजबूर हैं ।वहीं पर बेवहरा में बाबूलाल पटेल के घर के पास लगा ट्रांसफार्मर बिगड़ा हुआ है।
आखिर क्यों नहीं बदले जा रहे ट्रांसफार्मर
जहां एक और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने उद्बोधन में लगातार खेती को लाभ का धंधा बनाने की बात करते हैं तो वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा भी लगातार मध्य प्रदेश को कृषि कर्मण अवार्ड से नवाजा जा चुका है परंतु बावजूद इसके भी ग्रामीण क्षेत्रों की कृषि व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है जहां एक और कृषि विभाग में किसी भी प्रकार के अधिकारी व कर्मचारी संवेदनशील नहीं दिखाई देते तो वही ग्रामीण क्षेत्र में किसानी का प्रमुख सहारा विद्युत वितरण कंपनी भी किसानों के प्रति पूरी तरह से निष्ठुर दिखाई दे रही है जिसका जीता जागता उदाहरण है रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान ब्लाक अंतर्गत कई गांवों के ट्रांसफार्मर जले पड़े हैं जिससे जहां एक और बच्चों के भविष्य में अंधकार तो छाया हुआ ही है वहीं दूसरी ओर खेती किसानी पूरी तरह से चौपट होने की कगार पर है ज्यादा बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान भुखमरी के कगार पर पहुंच सकते हैं इसमें संदेह नहीं
अन्नदाताओं ने सरकार से लगाई गुहार
रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान ब्लाक अंतर्गत कई गांवों में दर्जनों ट्रांसफॉमर्स बरसों से जले पड़े हैं या खराब पड़े हैं जिसके कारण गांवों में बिजली व्यवस्था पूर्ण रूप से बाधित है जिससे पीड़ित व दुखी किसानों ने मध्य प्रदेश सरकार से विद्युत व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने एवं जले वह बिगड़े हुए ट्रांसफार्मर बदले जाने हेतु गुहार लगाते हुए अपनी आवाज उठाई है इस कड़ी में उमरी निवासी राम नरेश पटेल सुरेश कुमार कारपेंटर विजय रामनरेश मोतीलल मिश्रा रामायण पटेल मोती लाल यादव आदि ने शीघ्र जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलने की मांग की है