दमोह (मडियादो) – गरीब असहाय लोगों की मृत्यू पर अंतिम संस्कार के लिए सरकार की ओर से मुहईया कराये जाने वाली नाममात्र की राशि सचिव सरपंच की करतूतों के रहते डकारने की जुगाड़ में लगे हुऐ थे। लेकिन मीडिया द्वारा मामले को ”हितग्राहियों की अंत्येष्टि की राशि डकारने की जुगत में पंचायत सचिव त्रिपाठी” नामक शीर्षक से खबर बनाई गई थी। जिसमें हटा जनपद अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मड़ियादौ के निवासी स्व. प्रेमलाल काछी एवं स्व. अनार खान की फौत हो जाने के बाद भी कई दिनों तक पंचायत सचिव स्वदेश त्रिपाठी द्वारा उनके परिवारजनों को अंत्येष्टि सहायता राशि नहीं सौंपी गई थी, प्रमुखता से मीडिया द्वारा यह मामला उजागर किया गया। सचिव त्रिपाठी की कारस्तानी को लेकर मामला मीडिया द्वारा जैसे ही उजागर किया गया, तो तत्काल ही सचिव द्वारा दिनॉंक 28.11.2020 को राशि आहरित की गई और हितग्राहियों के परिवार को अंत्येष्टि में मिलने वाली राशि उपलब्ध करा दी गई।
आखिर में बात यहॉं पर खत्म नहीं होती, क्यों कि मीडिया द्वारा यह मामला सामने नहीं लाया गया होता तो क्या सचिव सरपंच गरीब असहाय लोगों को मिलने वाली इस राशि में हेराफेरी करने की पूरी जुगाड़ में थे। न जाने ऐसे कितने और मामले होंगे, जिसमें गरीब असहाय लोगों के साथ छल किया गया होगा, किसी को वृद्धावस्था पेंशन नहीं तो किसी को विधवा पेंशन नहीं, ऐसी न जाने कितनी योजनाओं का लाभ उन्हें नहीं दिया गया होगा। लेकिन शिकायत होने के बावजूद भी ऐसे भृष्टाचारी कर्मचारियों पर कोई भी दंडात्मक कठोर कार्यवाही नहीं की जाती, जिससे उनके हौसले और अधिक बुलंद होते जाते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ग्राम पंचायतों में हो रहे ऐसे शर्मनाक भृष्टाचारों की जॉंच शीघ्र ही कराकर संलिप्त कर्मचारियों पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जानी चाहिऐ।