दमोह। सिंचाई के लिए बिजली नहीं मिलने से फसल सूख जाने से परेशान एक किसान के द्वारा सिकमी पर लिए गए खेत में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर लिए जाने का दुखद घटनाक्रम सामने आया है। घटना से आक्रोशित लोगों ने किसान के शव को पोस्टमार्टम के बाद तेंदूखेड़ा में दमोह जबलपुर रोड पर रखकर प्रदर्शन किया गया। जिससे देर तक सड़क के दोनों तरफ जाम के हालात बने रहे। बाद में पुलिस ने पीड़ित परिजनों को समझाइस देकर जाम को खत्म कराके आवागमन सुचारू करवाया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बेलवाड़ा निवासी किसान रूपलाल आहिरवार का शव शुक्रवार सुबह सिकमी पर लिए खेत मे आम के पेड़ पर फांसी के फंदे से झूलता मिला था। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने पंचनामा कार्यवाही करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए तेंदूखेड़ा भिजवाया। जहां पीएम के बाद शव को गांव वापस लाने के बजाए परिजनों तथा रिश्तेदारों ने मुख्य मार्ग पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिससे सड़क के दोनों तरफ जाम के हालात निर्मित हो गए।
मामले में परीजनों का कहना था की विद्युत विभाग द्वारा उनके खेत का लाइट कनेक्शन काट देने से सिक्मी पर लिए खेत की रूपलाल ठीक से सिंचाई नहीं कर सके थे। जिस से उनकी धान की उपज नाममात्र की हुई थी तथा अभी गेहू की फसल सूख गई थी। इसी सदमे और तनाव में उन्होंने उसी खेत में लगे पेड़ से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली।
किसानो के शव को रखकर प्रदर्शन की खबर लगने पर मौके पर पहुंची थाना प्रभारी नीतू खटीक ने परिजनों को समझाइश देते हुए कार्यवाही का भरोसा दिलाया इसके बाद ही प्रदर्शन को खत्म करके शव लेकर परिजन गांव रवाना हुए।