सिविल अस्पताल थांदला में सम्पन्न हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक जनप्रतिनिधि व समाजसेवी भी हुए शामिल
मनीष वाघेला
कोरोना संक्रमण के समय सिविल अस्पताल थांदला को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से लंबे अंतराल के बाद रोगी कल्याण समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में सबसे पहले नवीन ऑक्सीजन प्लांट के लिए लगने वाले जनरेटर पर चर्चा की गई जिसपर निर्णय नही हो सका कि उसे कैसे लगाया जाये। वर्तमान समय में बड़े सिविल अस्पताल के रखरखाव आदि के खर्चो को देखकर रोगी कल्याण समिति की आय बड़ाने के लिए रोगी पर्ची, ब्लड जांच और भर्ती मरीज के शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव भी रखा गया जिस पर सबकी सहमति से पर्ची का शुल्क 5 से बढ़ाकर 10 रुपये व लेबोरेटरी का शुल्क 30 से बढ़ाकर 50 रुपये किया गया। थांदला को जिला प्रशासन की ओर से प्राप्त होने वाली नई आईसीयू युक्त एंबुलेंस के संचालन व रखरखाव का जिम्मा ब्लड डोनेशन टीम को दिया गया जिसे वह शासकीय व अन्य निजी क्लिनिक अथवा आवश्यकतानुसार मरीजों को निर्धारित मिनिमम शुल्क पर अन्य अस्पताल पहुँचाने में करेगी। बैठक में विधायक वीरसिंह भूरिया ने विधायक निधि से शासकीय अस्पताल के लिए एक पानी का टैंकर और एक शव वाहन देने की घोषणा की। वही कोरोनकाल में जिला प्रशासन को विधायक द्वारा थांदला शासकीय अस्पताल के लिए दिए गए 5 लाख रुपए को थांदला अस्पताल के खाते में शीघ्र ही ट्रांसफर करने की बात भी कही। इस अवसर पर एसडीएम ज्योति परस्ते, बीएमओ डॉ अनिल राठौड़, सांसद प्रतिनिधि दिलीप कटारा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष विश्वास सोनी, जनपद अध्यक्ष गेंदाल डामोर, नप अध्यक्ष बंटी डामोर, भाजपा मंडल अध्यक्ष समर्थ उपाध्याय, नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनीष बघेल, डॉ . कमलेश परस्ते, मनीष दुबे, संजय कटारा, राकेश मोरि, ब्लड डोनेशन टीम के अजय सेठिया, प्रशांत उपाध्याय, अनिल भंसाली, नितिन नागर, शांतिलाल सोलंकी, महेश नागर, हेमंत शर्मा, डॉक्टर दीपक सोनी आदि उपस्थित थे हालांकि जनता से जुड़ी इस महत्वपूर्ण बैठक में नगर के पत्रकारों व अन्य बुद्धिजीवियों को सूचना नही देने से समिति की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह जरूर लगा है।