-दमोह जिले की जनपद पंचायत हटा अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मड़ियादो मे कोई न कोई समस्या से मड़ियादो पंचायत सुर्खियों में बनी ही रहती है। जहां सरकार एक तरफ स्वच्छ भारत मिशन पर लाखों रुपए खर्च करके भारत को स्वच्छ बनाने में लगी हुई हैं वहीं दूसरी ओर पंचायत के कर्मचारी सरकार की योजनाओं में पलीता लगाने का काम कर रही है ग्राम वासियों को दी जाने वाली सेवा लोगों तक ना पहुंच पाना यह एक जांच का विषय है। सरकार के पैसों का दुरुपयोग किया जा रहा है लाखों रुपए की चपत सरकार को लगाई जा रही पंचायत मैं जल का संकट एवं गंदगी से बेहाल ग्राम वासियों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है मुख्य मार्गों की नालियों में गलियों में कचरे का ढेर, जगह-जगह नाली चौक पढ़ी हुई है लेकिन इन पर ध्यान देने वाला कोई नहीं है रोड पर नाक बंद करके राहगीर चलने को मजबूर हैं कई जगह गड्ढों में पानी जमा होने से संक्रमण फैलने का खतरा तेजी से देखने को मिल सकता है यह एक बहुत गंभीर जांच का विषय है जिस पर अधिकारियों को तुरंत संज्ञान में लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। ग्राम पंचायतों में सफाई निरंतर नहीं की जाती ना ही जनपद हटा द्वारा पंचायत का निरीक्षण किया जाता ग्राम पंचायत द्वारा हर माह हजारों रुपए सफाई के नाम पर खर्च किए जाते हैं उसके बाद भी ग्राम पंचायत की साफ – सफाई ना होना यह एक बहुत बड़ी चुनौती अधिकारियों के लिए है एवं जांच का विषय बना हुआ है ग्राम पंचायत के ग्राम वासियों की समस्याओं से कोई मतलब नहीं रहता मड़ियादो के ग्रामवासी आज भी कई मूलभूत सुविधाओंउदासी नता से वंचित हैं इस मामले में अधिकारियों की उदासीनता सामने आ रही है देखना यह है की ग्रामीणों के ऊहैनपर आए संकट के लिए कौन वरदान साबित होगा। सरकार की स्वच्छता मिशन का किस तरह मजाक बनाया जा रहा है। मड़ियादो के कई मामले सामने आए लेकिन बरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है क्योंकि जनपद पंचायत हटा के अधिकारियों की सांठगांठ से हर एक ग्राम पंचायत में बहुत ही भ्रष्टाचार हो रहे हैं लेकिन इस पर किसी अधिकारी की नजर नहीं जा रही है क्योंकि जनपद पंचायत हटा के अधिकारियों की खाना पूर्ति कार्यालय में ही हो जाती है इसलिए ग्राम पंचायतों का मौके स्थल पर हुए निर्माण कार्यों का निरीक्षण नहीं किया जाता इसलिए ग्राम पंचायत के सचिव रोजगार सहायक के हौसले बुलंद हैं और वह है मनमानी से ग्राम पंचायत में निर्माण कार्य करवा रहे हैं क्योंकि उनको किसी भी अधिकारी का डर नहीं है क्योंकि वह है अधिकारियों की खानापूर्ति कर देते हैं इसलिए ग्राम पंचायत की कोई भी अधिकारी जांच नहीं करता