जोधपुर (kundeshwartimes)- जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के पुराना परिसर में हुए गैंगरेप की घटना को लेकर सोमवार को छात्र-छात्राओं ने विरोध प्रदर्शन किया. कमला नेहरू गर्ल्स कॉलेज के बाहर छात्राओं ने सुरक्षा व्यवस्था के प्रति विश्वविद्यालय प्रशासन पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. इसी तरह से एबीवीपी ने पुलिस की ओर से इस प्रकरण में संगठन का नाम लिए जाने का विरोध करते हुए मार्च निकाला. इसके अलावा एनएसयूआई ने भी प्रदर्शन कर दोषियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की. इस दौरान पुलिस और छात्रों के बीच तीखी नोक झोंक हो गई, जिस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इसमें कई छात्र घायल हो गए.
आरोपियों को मिले फांसी :कमला नेहरू गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने दरिंदों को फांसी की सजा देने की मांग की. इसके अलावा सभी छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर के सुरक्षा इंतजाम मजबूत करने की भी मांग की है. छात्रा रितिका चौधरी ने बताया कि इस घटना के बाद जिस तरह से आज उनके परिजनों ने उन्हें कॉलेज जाने से मना कर दिया, ऐसे में हमें आवाज मुखर करनी होगी. छात्राओं ने अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा. आम आदमी पार्टी ने भी पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन देकर दोषियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है.
एबीवीपी ने जताया विरोध, कमिश्नर को दिया ज्ञापन :दुष्कर्म के आरोपियों के संबंध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से होने के पुलिस के दावे को लेकर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. प्रांत मंत्री श्याम शेखावत ने बताया कि डीसीपी अमृता दुहन ने जो बयान दिया है वह वापस लिया जाए, क्योंकि आरोपियों का एबीवीपी से कोई संबंध नहीं है. विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर पुलिस कमिश्नर रविदत्त गौड़ को इस संदर्भ में ज्ञापन भी सौंपा. उल्लेखनीय है कि पुलिस ने आरोपियों को एबीवीपी का प्रचार करने के लिए आना बताया था. घटनास्थल पुराना परिसर के बाहर भी छात्र-छात्राओं ने जमकर प्रदर्शन किया।
पुलिस और छात्रों के बीच हुई झड़प
जयनारायण व्यास व्यास विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय पर एनएसयूआई के प्रदर्शन के दौरान पुलिस और छात्रों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई. पुलिस ने सभी को वहां से हटने का कहा, लेकिन छात्र नहीं हटे और वीसी कार्यालय जाने के लिए प्रयास करते रहे. पुलिस ने मुख्य द्वार बंद कर दिया, लेकिन छात्राएं नहीं मानीं और गेट पर चढ़ने का प्रयास करने लगीं. इसके चलते पुलिस ने उन्हें खदेड़ने के लिए लाठियां फटकारनी शुरू की. इसमें कई छात्रों को चोट आई है.