दमोह (kundeshwartimes)- पटेरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत बनगांव का मामला जहां पर शासन द्वारा लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं ताकि गांव का विकास हो सके इसी को लेकर ग्राम पंचायत में ऐसी महत्वपूर्ण योजना जल अभिषेक अंतर्गत पटेरा विकासखंड की ग्राम पंचायत बनगांव मे अमृत सरोवर तालाब का निर्माण कराया जा रहा है जिसमें आर ई एस और मनरेगा के समन्वय से सभी तालाबों में कार्य कराएं जाने है लेकिन इन तालाबों का निर्माण कौन कर रहा है इसकी जानकारी किसी को नहीं है। बर्ष 23/11/ 2022 में स्वीकृत अमृतसरोवर सिद्ध बाबा के पास ग्रामपंचायत बनगांव तालाब का निर्माण मजदूरों से कराया जाना था। लेकिन तालाब का निर्माण कार्य सिर्फ मशीनों से ही कराया जा रहा है यहां पर एक भी मजदूर काम नहीं कर रहे हैं।
सेक्टर प्रभारी उपयंत्री एवं विभागयीं उपयंत्री R. K. गोस्वामी के द्वारा लगातार पंचायत कर्मियों से व ठेकेदारों से साज-गांठ कर लगातार इसी तरह से मूल्यांकन कर दिया जाता है व स्थल पर नाम मात्र का कार्य होने पर ही। लाखो का बिना स्थल निरीक्षण किये ही आंख बंद कर के मूल्यांकन कर दिया जाता है। व बिल- वाउचर लगाकर भुकतान करवा लिया जाता है
ठेकेदार के द्वारा फर्जी रूप से लगाये गए बिल जिमसें बिल नवम्बर -274 में बताया गया 20 MM मेटल – 94380,बिल क्रमांक- 275- 40 MM मेटल- 99375 , बिल क्रमांक- 276 – सीमेंट- 99630, बिल क्रमांक- 277- मुरम- 99962, बिल क्रमांक- 278- पिचिंग स्टोन- 99450 बिल क्र-279- रोलिंग केम्पेक्सन- 98000, बिल क्र- 280- बाइंडिंग वायर-11250, बोल्डर ट्रांसपोर्ट-5000, रेत-79750,बिल क्र- 281- सीमेंट-26650, लूसिंग मसीन रेंट-73188, बिल क्र-282- मुरम-24163, रोलिंग केम्पेक्सन-73500 कुल सामग्री भुकतान- 8 लाख 84 हजार व मजदूरी भुकतान-15 लाख 95 हजार करवा लिया है गया है जबकि स्थल पर नाम मात्र ही कार्य हुआ है।
इस तरह से उपयंत्री महोदय ठेकेदार व पंचायत कर्मियों ने आपस मे साज-गाँठ कर स्थल पर कार्य हुए बिना ही फर्जी रूप से बिल लगाकर जो कार्य हुआ ही नही उस कार्य व उस मटेरियल के बिल लगाकर मजदूरी व मटेरियल का कुल भुकतान-24 लाख 80 हजार रुपये का भुकतान करवा लिया गया है लेकिन मौका स्थल पर कार्य सिर्फ नाम मात्र के लिये किया गया है क्योंकि अधिकारियों एवं ठेकेदारों की मिलीभगत से शासन की ऐसी महत्वपूर्ण योजना जो अमृत के समान है जिसका नाम अमृत सरोवर ऐसे जनपद पंचायत पटेरा में कई अमृत सरोवर निर्माण कार्यों में भ्रष्टाचारी की गई है जिसमें अधिकारी ठेकेदार का साथ दे रहे हैं क्योंकि हर ग्राम पंचायत में ठेकेदारी प्रथा चल रही है इसी को लेकर कर्मचारी एवं ठेकेदार गुववत्ताहीन निर्माण कार्य करवा कर अपनी जेब भरने में लगे हुए हैं।
इनका कहना है
जब इस संबंध में कलेक्टर मयंक अग्रवाल से बात हुई तो उनका कहना है कि आप के द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार मौका स्थल की जांच करवाता हूँ।
जब इस संबंध में Res के ई ई बीएस यादव से बात कि तो उनका कहना है कि मेरे द्वारा भुगतान नहीं किया गया है और मे मोके स्थल को चेक करवाता हूं।