राजस्व निरीक्षक और पटवारी के साथ हुए मारपीट में दो महिला भी बनी आरोपी
आरोपी वरुण ध्वज के पुत्री के खिलाफ राजस्व अधिकारियों ने दर्ज कराया आपराधिक मामला
मंनगवा (कुंडेश्वर टाइम्स) रीवा जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर रघुराजगढ़ तहसील के अंतर्गत वर्षाकालीन मकान गिर जाने की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में पीड़ित द्वारा किया गया था शिकायत के निराकरण मौका स्थल निरीक्षण के लिए बाकायदा तहसीलदार आंचल अग्रहरि में पांच सदस्य जांच दल में शामिल थे लगभग 4:00 बजे के आसपास एक रास्ता अवरुद्ध होने का मामला देखने जांच दल पहुंचा और वहां से सीधे रघुराजगढ़ पहुंचकर छटग्रस्त मकान मुआवजा राशि का आकलन के लिए भेजा गया था शिकायतकर्ता से लेनदेन का मामला को लेकर विवाद गहरा गया और मामला इतना गंभीर हो गया कि राजस्व टीम के ऊपर योजना बंद तरीके से लाठी डंडा लात घूचा जम के चला इस मामले की सूचना पुलिस थाना के साथ-साथ अनविभागीय अधिकारी तहसीलदार को मिली तत्काल मौके पर पुलिस बल के साथ अनुविभागीय अधिकारी संजय जैन तहसीलदार आंचल अग्रहरि नायब तहसीलदार ममता पटेल नायक तहसीलदार अजय मिश्रा थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह धाकड़ रवाना हुए मौके पर पहुंचकर हुए हमले से घायल अक्षय मिश्रा पटवारी रघुराजगढ़ कौशल कोल राजस्व निरीक्षक एसपी प्रजापति एवं दो महिला पटवारी को पुलिस कब्जे में लेकर आरोपियों की तलाश कर रही है क्योंकि उपरोक्त घटना 4:30 बजे के आसपास की है मारपीट की घटना 10 से 15 मिनट तक होने की खबर है घटना के उपरांत बात आरोपी फरार हो गए हैं पुलिस ने इस मामले में दो महिला सहित 810 आरोपियों के विरुद्ध शासकीय कार्यों में बाधा उत्पन्न करने एवं मारपीट का मामला पंजी बंद कर राजस्व निरीक्षक एसपी प्रजापति पटवारी अक्षय मिश्रा कौशल कोल सही तो दो महिला पटवारी को डाक्टरी परीक्षण के लिए अस्पताल भेजा गया है इस घटना की खबर उजागर होने पर आम चर्चा का विषय बना हुआ है।
राजस्व निरीक्षक और पटवारी की भूमिका संदिग्ध
रघुराजगढ़ में गिरे हुए मकान के छटग्रस्त नुकसानी का आकलन के लिए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत होने के बाद तहसीलदार के निर्देश पर टीम मौके पर रघुराज कर गई शिकायतकर्ता करण ध्वज सिंह पुत्र वरुण ध्वज सिंह से बातचीत लेनदेन का सौदा उलझ गया इस कदर पहुंच गया की मारपीट की घटना घटित हो गई यहां पर इस घटना के पीछे तरह-तरह की बातें सामने निकाल कर आ रही है कुछ लोगों का कहना यह है कि जब से तहसील में प्रभारी तहसीलदार के रूप में आंचल अग्रहरि सदस्य हुई है तो पटवारी का आचरण विपरीत दिशा में पहुंच गया है खुली छूट तहसीलदार के द्वारा मिल जाने के कारण किसानों से राजस्व निरीक्षक और पटवारी की कर शैली पर सवालिया निशान उठने लगा है किसानों का यह भी आरोप है कि राजस्व निरीक्षक और पटवारी मोटी रकम लेने के बावजूद भी प्रकरण में प्रतिवेदन नहीं लगते हैं जिसके कारण प्रकरण का निराकरण लंबित रहता है जिसके चलते मारपीट की घटना घटित हुई है।
मारपीट के आरोपी पुलिस पकड़ से बाहर
राजस्व निरीक्षक और पटवारी के बीच लेनदेन के मामले को लेकर हुए विवाद मारपीट की घटना के बाद पुलिस ने आरोपी करण ध्वज सिंह वरुण ध्वज सिंह निकिता सिंह के साथ-साथ 8 एवं 10 के विरुद्ध पुलिस ने शासकीय कार्यों में बाधा एवं मारपीट का प्रकरण पंजीबद किया है इस घटना को लेकर एसडीएम तहसीलदार अति गंभीर नजर दिखे और पुलिस मारपीट के आरोपियों की तलाश कर रही है समाचार भेजे जाने तक एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हुए हैं।
राजस्व निरीक्षक एवं पटवारी की भूमिका एसडीम निष्पक्ष कारण जांच
रघुराजगढ़ में हुई मारपीट की घटना में राजस्व निरीक्षक एसपी प्रजापति पटवारी अक्षय मिश्रा पटवारी कौशल कोल की शिकायत लंबे समय से किसानों के द्वारा किया जा रहा है इन पटवारी के ऊपर लेनदेन के बाद प्रतिवेदन प्रकरण में सम्मिलित न करना आना कहानी का भी मामला उजागर हुआ है निश्चित तौर पर इस घटना के पीछे राजस्व निरीक्षक सहित पटवारी की भूमिका की जांच होना अति आवश्यक है अगर एसडीएम ईमानदारी एवं निष्ठा पूर्वक पटवारी के काले कारनामों की जांच करवा लें तो निश्चित तौर पर हकीकत सामने आ जाएगा के किस मामले को लेकर राजस्व निरीक्षक और पटवारी के ऊपर मारपीट की घटना घटित हुई है किंतु इस मामले यह भी मामला सामने आया है कि जब से प्रभारी तहसीलदार के रूप में आंचल अग्रहरि पदस्थ हुई है व्यवस्था पूर्ण रूपेण से लकवा ग्रस्त हो गया है माता हत कर्मचारी बे लगाम हो गए हैं किसान और पक्षकार को पटवारी और राजस्व निरीक्षक के द्वारा इस कदर प्रताड़ित कर रहे हैं जो यह मामला निकालकर सामने आई है बरहाल देखना यह है कि कहीं ना कहीं वरिष्ठ अधिकारियों का संरक्षण निश्चित तौर पर है जिसके चलते मातहत कर्मचारी मनमानी कार्यों को अंजाम निडर होकर दे रहे हैं।
राजस्व टीम के ऊपर हुए हमले के मामले में निर्दोष लड़कियों के खिलाफ भी दर्ज हुआ मामला
राजस्व टीम के ऊपर हुए हमले एवं बंधन बनाए जाने के मामले में वरुण ध्वज सिंह के पुत्री के खिलाफ प्रशासनिक अधिकारियों के दबाव के चलते थाना प्रभारी के द्वारा निकिता सिंह एवं एक अन्य पुत्री सहित दो के खिलाफ जो प्रकरण पंजीबद हुआ है इन सब बातों से जाहिर होता है कि राजस्व के प्रशासनिक अधिकारी अपने माताहृत की हकीकत को छिपाने की नीयत से निर्दोषों के ऊपर प्रकरण दर्ज जो हुआ है वह अनुचित है घटना के पीछे हकीकत क्या है यह जांच का विषय है किंतु विभागीय मामला होने के कारण थाना प्रभारी में मामले का खुलासा एवं जांच बगैर कर आए ही सामाजिक दृष्टि पर आम जनता में तरह-तरह की बातें निकाल कर सामने आ रही है यह बात सही है कि राजस्व विभाग भ्रष्टाचार के मामले में अव्वल है बगैर पैसा राजस्व निरीक्षक और पटवारी के द्वारा किसानों का काम पेंडिंग में डाल देते हैं और जिन किसानों से रिश्वत की राशि अर्जित करने के बावजूद भी काम नहीं करते इन्हीं तमाम बिंदुओं को लेकर जो विवाद घटित हुआ यही हकीकत है लेनदेन का मसाला परंतु अपनी गलतियों को विभाग के अधिकारी छिपा रहे हैं और नाबालिक पुत्री को भी अपराध के श्रेणी में शामिल करना क्या राजस्व विभाग का यही उचित न्याय है बरहाल यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।

















