हनुमना – विगत कई वर्षों से ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर नगरीय क्षेत्रों तक आवारा पशु लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या हो गए हैं आवारा मवेशियों द्वारा किसानों की फसल नष्ट कर देने के कारण अब किसान खेती करें या ना करें इस पर असमंजस की स्थिति निर्मित हो गई है एक तरफ सरकार खेती को बढ़ावा देते हुए लाभ का धंधा बनाने का प्रयास कर रही है दूसरी तरफ आवारा पशुओं के कारण किसान खेती करना ही बंद कर रहे हैं जो किसान हिम्मत कर बैंक से कृषि ऋण लेकर खेती किए उनकी फसल आवारा पशुओं के द्वारा नष्ट कर दी जाती है जिस कारण मानसिक तनाव की जिंदगी जी रहे आखिर यह किसान बैंक के ऋण कहां से देंगे यह विचारणीय प्रश्न है शासन को चाहिए कि अति शीघ्र आवारा पशुओं के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की तरह नगर पंचायतों में भी बड़ी गौशालाओं का निर्माण कराएं जहां आवारा पशुओं को रखने की व्यवस्था कराई जाए ताकि किसान टेंशन मुक्त होकर खेती कर सकें। यहां उल्लेख करना आवश्यक है कि किसानों की आवारा पशुओं से हो रही अभूतपूर्व नुकसानी से चिंतित होकर क्षेत्रीय विधायक प्रदीप पटेल ने आवारा पशुओं को शासकीय कार्यालयों में ले जाकर बंद करने का अभियान छेड़ा है जिसके तहत मऊगंज थाना परिसर में भी सैकड़ों आवारा पशुओं को लेकर धरना दिया जिससे प्रशासन के हाथ पांव भले ही भूल गए हैं लेकिन अभी तक प्रदेश सरकार इस बारे में कोई भी कदम नहीं उठाई है जिससे किसानों में आक्रोश व्याप्त है