कामधेनु सर्वेश सिक्योरिटी इंदौर द्वारा सफाई कर्मियों का हड़प किया 8 माह का वेतन
गुनौर- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुनौर जोकि मरीजों को ठीक करने के लिए सरकार द्वारा संचालित हो रहा है परंतु स्थिति यह है कि अगर कोई स्वास्थ्य व्यक्ति भी इस अस्पताल में प्रवेश करेगा तो वह जरूर बीमार होकर बाहर निकलेगा तथा उसकी हालत मरीज से भी खराब हो सकती है यही स्थिति है सामुदायिक केंद्र गुनौर की 6 मार्च की रात हॉस्पिटल जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री कुलदीप सिंह बंदर की काटने पर लगने वाला रेबीज का इंजेक्शन लगवाने रात के लगभग 9:00 बजे के आसपास पहुंचे तो हॉस्पिटल में चारों ओर गंदगी के ढेर लगे हुए थे जिस पर स्टाफ से जानना चाहा तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुनौर में एक मात्र स्टाफ पुष्पा वर्मा एन. एम. मौजूद मिली जिनके द्वारा बताया गया कि सफाई कर्मी हड़ताल में है इस कारण से पूरे हॉस्पिटल में गंदगी फैली हुई है और मरीज अगर आते हैं तो उनको तत्काल रेफर कर दिया जाता है क्योंकि यहां बैठने तक के लिए साफ जगह नहीं है जिसका मौके पर कुलदीप सिंह ने निरीक्षण किया तो देखा कि चारों और गंदगी के ढेर एवं बदबू मार रहा था जिस संबंध में कलेक्टर पन्ना से संपर्क करना चाहा पर कॉल रिसीव नहीं हुआ जिसके बाद अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गुनौर भूपेंद्र रावत से बात हुई जिन्होंने तत्काल नायब तहसीलदार को आदेशित किया जो की निरीक्षण के लिए लगभग रात्रि 10:00 बजे हॉस्पिटल पहुंचे तथा हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया जिस पर हॉस्पिटल का स्टाफ नहीं मिला एकमात्र पुष्पा वर्मा एनएम हॉस्पिटल में उपस्थित मिली जब इस संबंध में जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि कामधेनु सर्विस सिक्योरिटी जो कि इंदौर की है के द्वारा 8 माह का वेतन सफाई कर्मियों को नहीं दिया गया इस लिए काम पर नही आ रहे। इस सम्बन्ध में सफाई कर्मियों द्वारा 5 मार्च 2020 को अनुविभागीय अधिकारी राजस्व गुनौर को ज्ञापन भी सौंपा था। जब स्टॉप के बारे में नायब तहसीलदार ने जानकारी मांगी तो मौके पर उपस्थित पुष्पा वर्मा एनएम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुनौर द्वारा उपस्थिति पंजी के संबंध में उनके पास कोई जानकारी नहीं है डॉक्टर साहब के आने के बाद ही जानकारी मिल सकती है।
वहीं रात के तकरीबन 11:00 बजे के आसपास 108 की सहायता से एक महिला को हॉस्पिटल लाया गया जिसका रास्ते में ही प्रसव हो गया था उसको देखने तथा उसकी जांच के लिए हॉस्पिटल में जगह भी नहीं थी ना ही स्टाफ था जिसको पुष्पा वर्मा द्वारा 108 में ही प्रसव कराया गया तथा जच्चा बच्चा दोनों को तत्काल पन्ना के लिए रेफर कर दिया गया जिसके बाद नायब तहसीलदार गुनौर के द्वारा पंचनामा तैयार कर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी गई तथा कुलदीप सिंह के द्वारा कलेक्टर पन्ना को पत्र लिखकर मेल एवं व्हाट्सएप के माध्यम से सूचित किया गया अब देखते हैं कि कितनी जल्दी प्रशासन जागता है और दोषियों पर कार्यवाही एवं सफाई कर्मियों के वेतन का भुगतान कब तक होता है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुनौर की चरमराई व्यवस्था कितनी जल्द ठीक हो पाती है।