हनुमना – कोरोना वायरस के चलते समूचे राष्ट्र में 21 मार्च से चल रहे लाक डाउन के चलते जहां हनुमना नगर में भी दिनभर सन्नाटा पसरा रहता है लोग घरों के अंदर ही रहने को मजबूर है वही स्थानीय प्रशासन द्वारा जन जीवन प्रभावित न हो सुबह 7बजे से 10बजे तक अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हेतु दिए गए छूट के दौरान नगर में मंगलवार व शुक्रवार को लगने वाली बाजार में शुक्रवार को दिन निकलते ही जहां सब्जी मंडी में दुकानें सज गई थी वही सब्जी खरीदने ग्राहकों का जनसैलाब इस कदर उमड़ा की शासन द्वारा निर्धारित सोशल डिस्टेंस का नियम तार तार दिखा तो आलू के थोक विक्रेताओं की रही चांदी।खुदरा विक्रेताओं में दिखी मायूसी। वहीं पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद व्यवस्था व मस्जिद के सामने सतत पहरेदारी से आज होने वाली जुमें की सामूहिक नमाज नहीं हुई। गौरतलब है कि गिने-चुने आलू के थोक व्यापारी है जिनके द्वारा ही समूचे नगर व क्षेत्र के व्यापारियों को आलू की सप्लाई दी जाती है अन्य प्रकार की सब्जियों जैसे टमाटर, बैंगन, मूली, गोभी आदि के किसान विक्रेता दूर दराज गांवों से चल कर जब मंडी में पहुंचता है तब तक देर हो चुकी होती है और कुछ ही देर में 10बज जाता हैं और पुलिस बल पहुंच जाता है इसके पूर्व ही बेचारे डर के मारे औने पौने दामों में सब्जियां बेचकर भागने को मजबूर हो जाते हैं। इधर व्यापार मंडल हनुमना के अध्यक्ष मनीष केसरी (मोनू) के साथ व्यापारियों के प्रतिनिधि मंडल ने एसडीएम माला त्रिपाठी से भेंटकर जहां उपरोक्त समस्याओं से अवगत कराते हुए कहा कि गांव से चलकर लोग जब बाजार में पहुंचते हैं तब तक बाजार बंद होने का समय हो जाता है ऐसी स्थिति में जहां लोगों को मायूस होकर लौटना पड़ता है वही गांव से स्वयं के उत्पादित सब्जी बिक्री हेतु ले आने वाले किसानों को औने पौने दामों में अपनी सब्जियो को बेचकर डर के मारे भागना पड़ता है अतः यदि समय सीमा 12:00 बजे तक कर दी जाए तो जहां किसानों को अपनी उपज का सही दाम भी मिल जाएगा वही गांव से आने वाले लोगों को खरीदारी करने का भी मौका मिल जाएगा जिस पर एसडीएम श्रीमती त्रिपाठी यद्यपि सहमत तो जताई लेकिन उपस्थित एसडीओ शैलेश शर्मा द्वारा इस समय सीमा को 11:00 बजे करने की बात कही व्यापार मंडल के अध्यक्ष श्री गुप्ता ने सामानों के परिवहन के लिए भी वाहनों के परमिट बनाए जाने की भी बात रखी जिस पर एसडीएम महोदया ने संबंधित अधिकारियों के नंबर देकर उनसे बात कर परमिट बनवाने की बात कही। इधर हमारे संवाददाता संपति दास गुप्ता द्वारा ब्यवस्थाओ के बारे में उनका वर्जन लेना चाहा तो श्रीमती त्रिपाठी ने यह कर कर टाल दिया कि अभी मैं किसी भी प्रकार का वक्तव्य नहीं देना चाहती। देखना है प्रशासन नागरिकों की समस्या को किस हद तक करुणा से सुरक्षा के साथ ही सुविधा मुहैया कराया था है। शुक्रवार को मस्जिद में होने वाली जुमे की नमाज में समूचे क्षेत्र से आने वाले मुस्लिम समाज के नमाजियों को कोरोना के चलते घरों में ही नमाज अदा करने की एक दिन पहले ही हिदायत टी आई जयन्त अगलावे ने दे रखी थी इसके बावजूद शुक्रवार को भी मस्जिद के सामने अपनी टीम के साथ स्वयं मुस्तैद रहे।