प्रमुख सचिव ने की कोरोना से बचाव तथा स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा
रीवा 08 जून 2020. कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव तथा आयुक्त श्री फैज अहमद किदवई ने जिले में कोरोना से बचाव तथा उपचार एवं स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण आम जनजीवन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग पर भी विपरीत असर पड़ा है। रीवा जिले में कोरोना से संक्रमित केवल 36 प्रकरण सामने आये, जिनमें से 31 पूरी तरह से स्वस्थ हो गये हैं। कोरोना संकट के कारण सभी डॉक्टरों का ध्यान अन्य रोगों के इलाज पर कुछ कम हो गया है। कोरोना से बचाव के साथ-साथ अन्य रोगों के उपचार पर भी ध्यान दें। अब स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं। कोरोना से बचाव तथा उपचार के लिए निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करायें।
प्रमुख सचिव ने कहा कि किसी भी व्यक्ति के संक्रमित पाये जाने पर उसके पिछले पांच दिनों की कान्टेक्ट हिस्ट्री ज्ञात करके सम्पर्क में आये सभी व्यक्तियों की अनिवार्य रूप से जांच करायें। जितनी जल्दी जांच होगी उतना ही प्रभावी कोरोना के प्रसार पर नियंत्रण होगा। कंटेनमेंट एरिया में तैनात सर्वे दलों से संदिग्ध व्यक्तियों की प्रतिदिन जानकारी लें। सर्वे दल में यथा संभव एएनएम को तैनात न करें जिससे टीकाकरण का कार्य प्रभावित न हों। यदि एएनएम सर्वे दल में शामिल है तो मंगलवार एवं शुक्रवार को सर्वे का कार्य न करायें जिससे वह अपने क्षेत्र में टीकाकरण का कार्य कर सके। टीकाकरण में यदि शिथिलता बरती गई तो कई घातक रोगों का प्रकोप हो सकता है।
प्रमुख सचिव ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड हेल्प लाइन तथा टेली मेडिसिन सेंटर के टेलीफोन नम्बर का प्रचार-प्रसार न होने से इसमें पिछले तीन दिनों से एक भी फोन नहीं आया है। स्वास्थ्य केन्द्रों में भी योजनाओं का प्रचार-प्रसार तथा कोविड से संबंधित जानकारियां प्रकाशित नहीं की गई हैं। प्रमुख सचिव ने मीडिया प्रभारी स्वास्थ्य नरेन्द्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने पोषण पुनर्वास केन्द्रों में बच्चों की कम भर्ती पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने एनआरसी के सभी बेड की हर माह शत-प्रतिशत पूर्ति के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सभी मेडिकल स्टोर से सर्दी-खांसी की दवा की बिक्री की हर माह रिपोर्ट प्राप्त कर प्रस्तुत करें। ड्रग इंस्पेक्टर सभी दुकानों की नियमित रूप से जांच करें। अनियमितता करने वालों पर कड़ी कार्यवाही करें।
बैठक में प्रमुख सचिव ने कहा कि संचारी रोगों से बचाव के प्रभावी उपाय करें। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में तथा ग्राम स्तर तक आवश्यक दवाओं, ब्लीचिंग पाउडर आदि का उचित मात्रा में भंडारण करायें। टीकाकरण की स्थिति ठीक नहीं है। अभियान चलाकर बच्चों तथा तथा गर्भवती माताओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण करायें। जिले का शिशु लिंगानुपात भी लगातार घट रहा है। सभी सोनोग्राफी सेंटरों पर कड़ी निगरानी रखें। प्रमुख सचिव ने मलेरिया के बचाव, कंटेनमेंट एरिया, क्षय रोग तथा कुष्ठ रोग नियंत्रण अभियान, परिवार कल्याण कार्यक्रम, अंधत्व निवारण कार्यक्रम, दवाओं के वितरण के संबंध में निर्देश दिए। प्रमुख सचिव ने जननी सुरक्षा योजना के सभी लंबित प्रकरणों के सात दिवस में राशि भुगतान के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस पाण्डेय ने बताया कि कोरोना संक्रमण से जिले में कुल 36 व्यक्ति ग्रस्त हुए। इनमें से 31 पूरी तरह से स्वस्थ हो गये हैं। इनसे जुड़े 645 प्रथम कान्टेक्ट की जांच करायी गई जिनमें कोई भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित नहीं पाया गया। जिले का रिकवरी रेट 94 प्रतिशत है। जिले में कुल 19 कंटेनमेंट एरिया थे जिनमें से अभी 14 कंटेनमेंट एरिया हैं। कोरोना के लिए 655 सेम्पल जांच करायी गई। कंटेनमेंट एरिया में निगरानी के लिए दल तैनात हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, कलेक्टर बसंत कुर्रे, उप सचिव स्वास्थ्य सोमेश मिश्रा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, अपर कलेक्टर इला तिवारी, संयुक्त आयुक्त पीसी शर्मा, मेडिकल कालेज के डीन डॉ. एपीएस गहरवार, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. अनंत मिश्रा, उप संचालक डॉ. एनपी पाठक, जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रतिभा पाण्डेय सहित सभी मेडिकल ऑफीसर, बीएमओ तथा अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।