किसानों का शोषण करने वाले जमींदारों के विरुद्ध संघर्ष की प्रेरणा भी लोगों को दी:-भाजपा जिला अध्यक्ष नायक
भारतीय इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे आदिवासी नेता और लोकनायक थे जिन्होंने भारत के झारखंड में अपने क्रांतिकारी चिंतन से उन्नीसवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में आदिवासी समाज की दशा और दिशा बदलकर नवीन सामाजिक और राजनीतिक युग का सूत्रपात किया,काले कानूनों को चुनौती देकर बर्बर ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती ही नहीं दी बल्कि उसे सांसत में डाल दिया, उन्होंने आदिवासी लोगों को अपने मूल पारंपरिक आदिवासी धार्मिक व्यवस्था,संस्कृति एवं परम्परा को जीवंत रखने की प्रेरणा दी,आज आदिवासी समाज का जो अस्तित्व एवं अस्मिता बची हुई है तो उनमें उनका ही योगदान है, बिरसा मुंडा सही मायने में पराक्रम और सामाजिक जागरण के धरातल पर तत्कालीन युग के एकलव्य और स्वामी विवेकानंद थे उक्त बात झाबुआ रतलाम अलीराजपुर सांसद गुमानसिंह डामर ने बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि अवसर पर कही,वही भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नायक ने कहा की
जन नायक बिरसा मुंडा ने किसानों का शोषण करने वाले जमींदारों के विरुद्ध संघर्ष की प्रेरणा भी लोगों को दी,उनका संघर्ष एक ऐसी व्यवस्था से था, जो किसानी समाज के मूल्यों और नैतिकताओं का विरोधी था,भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शैलेश दुबे ने कहा कि जन नायक बिरसा मुंडा की जननीति से सभी वर्ग के आमजन भी प्रभावित थे उनकी इसी दूर दृष्टि और क्रांतिकारी सोच को देखकर ब्रिटिश सरकार भी भयभीत हो गयी थी,वही प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी सदस्य दौलत भावसार ने कहा कि बिरसा मुंडा का पूरा जीवन समाज को एकजुट करने और समाज की तरक्की पर ही विशेष ध्यान रहता था,बिरसा मुंडा समाज सेवी के साथ जन नायक,भगवान के नाम से भी उनका नाम आदर पूर्वक लिया जाता था,भाजपा झाबुआ ज़िला द्वारा आयोजित पुण्यतिथि कार्यक्रम में सांसद गुमानसिंह डामोर,भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नायक,जिला उपाध्यक्ष अजय पोरवाल,अजजा मोर्चा जिला अध्यक्ष शैलेन्द्र सोलंकी,अंकुर पाठक,धनसिंह बारिया,अजय सोनी,चेतना चौधरी,पर्वत मकवाना,अमरू अजनार,मितेश गादीया,संगीता पलासिया,विजय चौहान आदि कार्यकर्ता उपस्थित थे,कार्यक्रम का संचालन भाजपा जिला उपाध्यक्ष अजय पोरवाल और आभार नाना राठौर ने किया।